
मेरठ. चौधरी चरण सिंह विवि के परीक्षा समिति की एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विवि परीक्षा से जुड़े कई मामलों में नए फैसले लिए गए। बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नरेंद्र कुमार तनेजा ने की। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत रखते हुए विश्वविद्यालय में कापियों का मूल्यांकन अब विवि के आंतरिक शिक्षकों के द्वारा ही कराया जाएगा। इसके लिए बताया गया कि महामारी के चलते बाहर से मूल्यांकन के लिए शिक्षक नहीं आ सकते हैं। इसलिए यह कार्य विवि के शिक्षकों से ही कराया जाएगा।
बता दें कि पहले मूल्यांकन कार्य योजना में 60 प्रतिशत बाहरी या सेवानिवृत और 40 प्रतिशत आंतरिक शिक्षकों से मूल्यांकन कराया जाता था। परीक्षा समिति में निर्णय लिया गया कि अब कोविड-19 के काराण विश्वविद्यालय में बाहरी शिक्षकों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। इसके चलते मूल्यांकान कार्य में आ रही बाधा और मूल्यांकन समन्वयक द्वारा प्रस्ताव को दृष्टिगत रखते हुए मूल्यांकन कार्य आंतरिक परीक्षकों के द्वारा ही कराए जाने की परीक्षा समिति द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अतिरिक्त यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक परीक्षक को अब 800 की जगह 2000 काॅपी मूल्यांकन के लिए दी जाएंगी।
विवि ने यह फैसला तो ले लिया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि क्या विवि मूल्यांकन की गुणवत्ता को बरकरार रख पाएगा। इस बात की चर्चा विवि परीक्षा समिति की बैठक और अन्य शिक्षकों के बीच भी हो रही है।
Published on:
18 Jun 2020 12:16 pm
बड़ी खबरें
View Allमेरठ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
