
मेरठ. कानुपर ( Kanpur ) में दस सिपाहियों का हत्यारोपी विकास दुबे ( Vikas Dubey ) सहारनपुर ( Saharanpur ) में सरेंडर कर सकता है। इसको लेकर जोन की पुलिस अलर्ट हो गई है। सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि पूरब के जिलों में विकास की तलाश में पुलिस चप्पे-चप्पे पर जाल बिछाए हुए है। कानपुर, लखनऊ, गोरखपुर, इलाहाबाद, वाराणसी, बरेली आदि जोन में पुलिस की सख्ती है। हालात यह है कि इन जोन में लगने वाले सभी जिलों की सीमाओं पर बिना चेकिंग के कोई भी वाहन नहीं निकल पा रहा है। वहीं सहारनपुर से विकास दुबे का पुराना नाता है। कानपुर में पुलिसकर्मियों को अपनी गोलियों का शिकार बनाने वाला विकास दुबे 15 साल पहले जिले में नारकोटिक्स एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों की माने तो विकास दुबे इस पुराने मामले में जमानत तुड़वाकर जेल जा सकता है।
कुख्यात विकास दुबे के तार वेस्ट के सहारनपुर जिले से जुड़े रहे हैं। करीब 15 साल पहले विकास दुबे जनकपुरी क्षेत्र से गिरफ्तार हुआ था। उस समय वर्तमान में एसटीएफ के आईजी अमिताभ यश जिले में एसएसपी के पद पर तैनात थे। उनकी तैनाती के दौरान थाना जनकपुरी पुलिस ने विकास दुबे को नारकोटिक एक्ट के तहत अस्पताल के निकट से गिरफ्तार किया था। अमिताभ यश ने थाना जनकपुरी पहुंचकर विकास दुबे से गहन पूछताछ की थी। पुलिस कस्टडी में भी विकास दुबे पूरे रौब फिल्मी अंदाज में बात कर रहा था। उस समय भी विकास दुबे पर 50 के लगभग मुकदमे प्रदेश के विभिन्न इलाकों में दर्ज थे। तत्कालीन जनकपुरी थानाध्यक्ष ऋषि राम कठेरिया ने विकास दुबे की गिरफ्तारी की थी।
कानपुर की घटना के बाद फरार विकास दुबे की तलाश में वेस्ट यूपी की पुलिस को भी लगाया गया है। वेस्ट से अपने संबंधों के चलते विकास अपनी जान बचाने के लिए पश्चिम उप्र का भी रूख कर सकता है। वहीं आगरा से जुड़े चंबल के बीहड़ों में भी पुलिस सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
विकास दुबे के सहारनपुर में सरेंडर की सूचना से जोन के सभी जिलों की पुलिस को अलर्ट मोड पर कर दिया गया है। हालांकि इस मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। एडीजी राजीव सब्बरवाल ने बताया कि जोन में अलर्ट तो पहले से है। दूसरे राज्यों से लगने वाली सीमाओं और जिले की सीमाओं पर विशेष सतर्कता बरतने के आदेश दिए गए हैं।
Published on:
07 Jul 2020 09:51 am
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