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रेयर एवं निगेटिव ब्लड ग्रुप वालों की सूची होगी ऑनलाइन, डेंगू और मौसमी बीमारियों की गिरफ्त में शहर

सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन के मुताबिक वर्तमान जरूरतों को देखते हुए इस योजना को फिर से शुरू करने की कवायद की जा रही है।

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मेरठ

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Nitish Pandey

Sep 20, 2021

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मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में इस समय डेंगू के साथ ही मौसमी बीमारियों ने तहलका मचाया हुआ है। इसी के बीच कोरोना की तीसरी लहर का भी अंदेशा जताया जा रहा है। इस समय जिले के ग्रामीण क्षेत्र में शायद ही किसी घर में वायरल ने दस्तक न दी हो। कोरोना की दूसरी लहर और अब मौसमी बीमारियों में जहां एक ओर खून की डिमांड बढ़ाई है वहीं इसके विपरीत स्वैच्छिक रक्तदाताओं की संख्या में कमी आई है। जिसके चलते इन दिनों न केवल ब्लड की बल्कि प्लेटलेट्स की किल्लत हो रही है।

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दानदाताओं की सूची होगा ऑनलाइन

सबसे अधिक परेशानी रेयर ब्लड ग्रुप एवं निगेटिव ब्लड ग्रुप वालों को हो रही है। ब्लड बैंकों में इस समय निगेटिव खून की कमी है जिसके चलते बीमार के परिजन एक ब्लड बैंक से दूसरे ब्लड बैंक की दौड़ लगा रहे हैं। इस परेशानी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अब ऐसे दानदाताओं की सूची ऑनलाइन करेगा। जिनका ब्लड ग्रुप रेयर एवं निगेटिव की श्रेणी में आता है। जिससे समय पर जरूरतमंद मरीजों की जान बचाई जा सके।

कोरोना की दूसरी लहर में भी आई थी दिक्कत

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में भी ब्लड को लेकर कुछ इसी तरह की परेशानियां सामने आई थी। इनमें सबसे अधिक परेशानी ओ निगेटिव वाले ग्रुप की हुई थी। उस समय कुछ स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से स्वैच्छिक रक्तदान अभियान की शुरूआत की गई थी। मगर कोरोना की दूसरी लहर के चलते ब्लड दानदाताओं ने भी ब्लड डोनेशन से दूरी बनाई थी।

निगेटिव और रेयर ब्लड ग्रुप की सूची हो रही है तैयार

सीएमओ डॉक्टर अखिलेश मोहन के मुताबिक वर्तमान जरूरतों को देखते हुए इस योजना को फिर से शुरू करने की कवायद की जा रही है। स्वैच्छिक रक्तदाता संस्थाओं व स्वैच्छिक रक्तदाताओं की सूची बनाई जा रही है, जिसमें रक्तदाताओं का नाम, पता व मोबाईल नंबर दर्ज किया जा रहा है। वहीं निगेटिव ब्लड ग्रुप व रेयर ब्लड ग्रुप की एक अलग सूची भी तैयार की जा रही है। जल्द ही दोनों सूची आनलाइन अपलोड कर दी जाएगी। इससे लोगों को बेवजह ब्लड बैंकों का चक्कर नहीं लगाना होगा और सही ब्लड ग्रुप का रक्त मिलने से मरीजों की जान बचाई जा सकेगी।

सीएमओ ने की अपील

मेरठ में 17 ब्लड बैंक हैं, जिसमें सिर्फ आठ का रिकार्ड वेबसाइट पर अपडेट किया गया है। शासन ने रिपोर्ट अपडेट न करने को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग से रिपोर्ट तलब की है। स्वैच्छिक रक्तदाओं के कम पहुंचने से ब्लड बैंकों के कोष धीरे-धीरे खाली हो रहे हैं। सीएमओ ने लोगों से अपील की है कि जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सभी का फर्ज है कि आगे बढ़ें और रक्तदान करें, ताकि बीमारों-घायलों की जान बचाई जा सके।

BY: KP Tripathi

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