
बड़ा खुलासाः 10 करोड़ रुपये की सुपारी लेकर की गई डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या!
बागपत. जिस मुन्ना बजरंगी को पकड़ने के लिए पुलिस ने साल लाख रुपये का ईनाम रखा था। चर्चा है कि उसे मारने के लिए 10 करोड़ रुपये की सुपारी दी गई थी। अब इसमें कितनी सच्चाई है, इसको लेकर पुलिस जांच की बात कर रही है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को वारदात के पीछे पूर्वांचल कनेक्शन के सुराग मिले हैं। इससे यह शक गहरा गया है कि कि वारदात का सूत्रधार पूर्वांचल का ही है। सुनील राठी तो बस एक मोहरा है। हालांकि जेल अधीक्षक विपिन कुमार मिश्रा का का कहना है कि अभी इस मामले में कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
फिलहाल चार राज्यों की पुलिस मुन्ना बजरंगी की मौत की वजह तलाशने में लगी है। इसके लिए दस शहरों की खाक भी छानी जा चुकी है और सैकडों लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है, लेकिन अभी तक जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। सुनील राठी के जितने भी गुर्गे जेल में बंद हैं उनसे भी पूछताछ चल रही है। जांच एजेंसियां कई बिंदुओं पर जांच करने की बात कर रही है, लेकिन मुन्ना बजरंगी को मारने के लिए किसी नेता द्वारा दस करोड़ की सुपारी दी गई है, इस चर्चा ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। चर्चा के अनुसार जेल में बजरंगी की हत्या से एक दिन पहले जौनपुर के एक बैंक से करीब सात करोड़ रुपयों का ट्रांजेक्शन हुआ है। तीन करोड़ रुपये वहीं के दूसरे बैंक से निकाले गए। इसलिए 10 करोड़ की सुपारी का जिक्र जांच में शामिल किया गया है। पुलिस जौनपुर में बैंक खातों की डिटेल निकलवा रही है। जेल अधीक्षक (अतिरिक्त चार्ज) विपिन कुमार मिश्रा का का कहना है कि अभी इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
अगर यह खेल सियासत का है तो जांच भी प्रभावित की जा सकती है, लेकिन यह थ्योरी पुलिस के गले नहीं उतर रही है कि सात लाख के इनामी रहे मुन्ना बजरंगी को मारने के लिए भला दस करोड़ की सुपारी कौन देगा? क्या मुन्ना बजरंगी ने किसी नेता को इतना परेशान किया हुआ था कि जेल में उसकी हत्या की साजिश रच डाली और हत्या के लिए दस करोड़ खर्च कर दिए। एजेसिंया इस बात को लेकर परेशान तो जरूर हैं, लेकिन आतंक के एक दरिंदे का अंत हो गया इसको लेकर सुकून भी जता रही हैं। अब देखने वाली बात यह है कि यह जांच कब तक चलेगी और कब मुन्ना बजरंगी की मौत की गुत्थी सुलझेगी।
Published on:
14 Jul 2018 09:12 am
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