
मेरठ। कोरोना के कहर की वजह से लोगों ने मांसाहारी खाना कम कर दिया है। स्वस्थ रहने के लिए लोग हरी सब्जियों को खाना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इस वजह से सब्जी मंडी में हरी सब्जियों की मांग के साथ ही दाम भी बढ़ गए हैं। हरी सब्जियों के दाम लगभग दोगुने हो गए हैं। जबकि प्याज, लहसुन की कीमत में कमी आई है। बारिश की वजह से भी सब्जियों के दामों में फर्क आया है।
मंडी में इन दिनों महंगी सब्जियों में टमाटर, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी, लौकी और मटर शामिल हैं। इन सब्जियों के दाम दोगुने या उससे ज्यादा हो गए हैं। मंडी से बाहर आते ही सब्जियों के दाम और बढ़ जाते हैं। मंडी के दाम से दस-पंद्रह रुपये प्रति किलो अधिक के दाम पर कॉलोनियों और बाजारों में सब्जियां बेची जा रही हैं। आढ़तियों का कहना है कि कोरोना के साथ ही हाल ही में हुई झमाझम बारिश का असर भी सब्जियों के दाम पर पड़ा है।
शनिवार को हुई बारिश के कारण सब्जियों के दाम में और बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि बारिश के कारण फसल को नुकसान पहुंचा है। लोगों ने कोरोना की वजह से मांसाहार खाना कम कर दिया, इस वजह से भी सब्जियों की बढ़ी मांग बढ़ गई है। हरी सब्जियों की तेजी से बिक्री हो रही है। इस वजह से 15 दिन के भीतर सब्जियों के दाम बढ़ गए हैं।
सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि इन दिनों सर्वाधिक मांग खीरे की है। बता दें कि चिकित्सकों ने कहा है कि शरीर में पानी की कमी न होने दें और मुंह को सूखने न दे। इसके लिए लोग खीरे का प्रयोग अधिक कर रहे हैं। सलाद के रूप में खीरे की मांग बढ जाने के कारण उसके दामों में भी इजाफा हुआ है।
Updated on:
17 Mar 2020 11:11 pm
Published on:
16 Mar 2020 12:35 pm
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