
नई दिल्ली। देश के पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अरुण जेटली का 66 साल की उम्र में निधन हो गया। जेटली ने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। जेटली काफी समय से बीमार चल रहे थे और विगत 9 अगस्त को सांस लेने में दिक्कत और बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था।
जेटली की पहचान देश के कद्दावर नेताओं में होती थी। तस्वीरों के जरिए हम आपको जेटली की जीवन यात्रा बताने जा रहे हैं। किस तरह एक मेधावी बच्चे ने इतना बड़ा मुकाम हासिल किया।
जेटली का जन्म 28 दिसम्बर 1952 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता महाराज किशन जेटली एक वकील थे। जेटली ने प्रारंभिक शिक्षा नई दिल्ली के सेंट जेवियर्स स्कूल से 1957-69 में पूर्ण की। इसके बाद जेटली ने साल 1973 में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।
स्नातक की पढ़ाई के दौरान ही अरुण जेटली छात्र संगठन ABVP से जुड़े थे। ABVP में रहते हुए जेटली ने मुख्य धारा की राजनीति शुरू कर दी थी और आपातकाल के दौरान इंदिरा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।
इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि आपातकाल के दौरान पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए रात को उनके घर पहुंच गई थी। आलम ये हुआ कि उन्हें अपने घर से भागना पड़ा।
पूर्व वित्त मंत्री ने 1977 में लॉ फैकल्टी से वकालत की डिग्री ली थी। इसके बाद जेटली ने दिल्ली हाईकोर्ट और सुप्रीम में वकालत की।
जेटली 1991 से भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य थे। 1999 के आम चुनाव से पहले की अवधि के दौरान भाजपा के प्रवक्ता बन गए थे।
वाजपेयी सरकार में 13 अक्टूबर 1999 को जेटली सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नियुक्त हुए थे। साल 2000 में जेटली देश के कानून मंत्री बने। 2009 से 2014 तक जेटली राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे।
26 मई 2014 से 9 नवम्बर 2014 तक जेटली देश के रक्षा मंत्री भी रहे हैं। 26 मई 2014 से 30 मई 2019 तक जेटली देश के वित्त मंत्री रहे।
Published on:
24 Aug 2019 02:13 pm
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