16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

पीएम नरेंद्र मोदी नहीं करते हैं अमित शाह पर भरोसा, पूर्व रॉ चीफ का दावा

रॉ के पूर्व प्रमुख ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल एक दूसरे के लिए ही बने हुए हैं।

2 min read
Google source verification

image

Chandra Prakash Chourasia

May 23, 2018

narendra modi with Amit Shah

पीएम नरेंद्र मोदी नहीं करते हैं अमित शाह पर भरोसा, पूर्व रॉ चीफ का दावा

नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जोड़ी भारतीय राजनीति में हर रोज एक नई इबारत लिख रही है। राजनीतिक पंडित ही नहीं बल्कि आम जनता और दूसरे दल के नेता भी दोनों के बीच के सामंजस्य की गाहे-बगाहे तारीफ करते रहते हैं। इस जोड़ी ने पिछले चार साल में आधे हिंदुस्तान में कमल खिला दिया है, लेकिन रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानि रॉ के पूर्व प्रमुख ए.एस दुलत ने इस जोड़ी को लेकर बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बीजेपी चीफ अमित शाह पर भरोसा नहीं है।

मोदी-डोभाल बिल्कुल एक जैसे: दुलत
एक अंग्रेजी मैगजीन को दिए गए अपने इंटरव्यू में रॉ के पूर्व प्रमुख ए.एस दुलत ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल एक दूसरे के लिए ही बने हुए हैं। ऐसे हालात में उनके साथ काम करना बहुत आसान हो जाता है। दोनों कीपर्सनालिटी में काफी समानताएं हैं।

यह भी पढ़ें: खाली हुआ कांग्रेस का खजाना, 2019 में बीजेपी से लड़ने तक के लिए पैसे नहीं!

'शाह पर मोदी को भरोसा नहीं'
पूर्व रॉ चीफ ने आगे कहा कि मोदी जी किसी पर भी भरोसा नहीं करते हैं....अमित शाह पर भी नहीं। अजित डोभाल भी बिल्कुल वैसे ही हैं। वो भी किसी पर विश्वास नहीं करते हैं। उन्हें तो अपनी परछाई पर भी यकीन नहीं होता है।
पूर्व रॉ और आईएसआई चीफ लिख रहे किताब
बता दें कि पूर्व रॉ प्रमुख ए.एस दुलत अपने समकक्ष पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व चीफ मोहम्मद असद दुर्रानी के साथ मिलकर एक किताब लिखा है। जिसका नाम है 'द स्पाई क्रॉनिकल्स: रॉ-आईएसआई एंड द इल्युशन ऑफ पीस'। इसी किताब पर चर्चा के दौरान ए.एस दुलत मोदी और शाह के रिश्तों पर ये हैरान करने वाला खुलासा किया है।

कश्मीर मुद्दे पर बने वाजपेयी के सलाहकार
गौरतलब है कि 1990 के दशक में जब दुर्रानी आईएसआई की जिम्मेदारी संभाल रहे थे तो दुलत भारत में खुफिया ब्यूरो आईबी के संयुक्त निदेशक के पद पर कश्मीर में तैनात थे। बाद में दुलत रॉ के प्रमुख बन गए और इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कश्मीर मुद्दे पर सलाहकार बन गए थे।