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कानून वापस नहीं हो जाते तब तक किसान घर वापसी नहीं करेंगे
वहीं, इस दौरान किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सरकार को दो टूक कहा कि जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाते तब तक किसान घर वापसी नहीं करेंगे। टिकैत ने कहा कि आठ जनवरी को होने वाली आखिरी दौर की वार्ता में कृषी कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बातचीत होगी। अगर सरकार ने किसानों की मांग नहीं मानी तो देश का किसान 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस मनाएगा। उन्होंने कहा कि वार्ता विफल होने के क्रम में कि इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसानों की झांकी देखने को मिलेगी।
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कृषि कानूनों की वापसी तक कोई बातचीत नहीं
राकेश टिकैत ने कहा कि वार्ता के दौरान किसानों ने सरकार से स्पष्ट कह दिया कि कृषि कानूनों की वापसी तक कोई बातचीत नहीं होगी। भाकियू प्रवक्ता ने कहा कि पिछली बार की बैठकों की अपेक्षा इस बार सरकार के रवैये में सकारात्मकता का भाव देखने को मिला है। आपको बता दें कि किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) कानून 2020, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा करार कानून 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) कानून 2020 के विरोध में 26 नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाले हुए हैं।