
Rahul Gandhi बोले- लद्दाखियों ने मानी हमारी जमीन पर China के कब्जे की बात, PM ने किया इनकार...फिर कौन झूठा
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी तनाव ( India-China Dispute ) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार सुबह लेह-लद्दाख ( Ladakh ) और आगे के स्थानों का दौरा किया। इस पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ( Congress ) ने मोदी सरकार ( Modi Government ) पर निशाना साधा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Congress Leader Rahul Gandhi ) ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि लद्दाख के लोग चीन द्वारा देश की जमीन कब्जाने की बात कह रहे हैं। राहुल ने वीडियो में आगे कहा कि 'लद्दाखी कहते हैं- चीन में हमारी जमीन कब्जाई है, लेकिन प्रधानमंत्री इससे इनकार कर रहे हैं। ऐसे में एक तो झूठ बोल रहा है। गौरतलब है कि पिछले दिनों गलवान घाटी ( Galwan Valley ) में भारत-चीन ( India-China ) सैनिकों में हुई झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बयान आया था। प्रधानमंत्री ने बयान में कहा था कि चीन ने हमारी किसी जगह पर कब्जा नहीं किया है।
लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने यह दौरा हिंसक संघर्ष के बमुश्किल 18 दिन बाद किया है। सूत्रों ने बताया कि मोदी आज लद्दाख पहुंचे। समुद्र तल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित एक दुर्गम इलाके नीमू में उन्हें सेना, वायु सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा इस मामले को लेकर सारी जानकारियां दी गईं। यह इलाका सिंधु के तट पर जांस्कर रेंज से घिरा हुआ है।प्रधानमंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लेह के सैन्य अस्पताल में घायल सैनिकों के साथ बातचीत करेंगे माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने लेह पहुंच कर चीन को करारा जवाब दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी यहां सीडीएस जनरल विपिन रावत के साथ मिलकर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के खिलाफ तीनों सेवाओं की तैयारियों की समीक्षा कर सकते हैं। आपको बता दें कि 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में हमारे 20 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि लगभग इतना नहीं ही नुकसान चीन को भी उठाना पड़ा था। इस हमले के दो दिन बाद 17 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि गलवान घाटी में लड़ाई के दौरान शहीद हुए 20 सैनिकों का बलिदान "व्यर्थ नहीं जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा था कि भारत शांति चाहता है लेकिन उकसाए जाने पर वह "मुंहतोड़ जबाव" देगा। मोदी ने कहा था कि भारत की अखंडता और संप्रभुता हमारे लिए सर्वोच्च है और कोई भी हमें इसका बचाव करने से नहीं रोक सकता है। किसी को भी इस बारे में कोई संदेह नहीं होना चाहिए। भारतीय सैनिक मारते मारते मरे हैं।
Updated on:
03 Jul 2020 08:37 pm
Published on:
03 Jul 2020 04:19 pm
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