मुंबई में 3 दिन के नवजात को हुआ कोरोना, देश में सबसे कम उम्र का पहला मामला दरअसल, 29 मार्च को जरूरी सेवाओं की स्टिकर लगी 44 डीटीसी और क्लस्टर बसों को पुलिस ने विकास मार्ग पर रोका था। इन बसों में प्रवासी मजदूर बैठे हुए थे। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी थी कि वे अपने शहरों की ओर जाने के लिए दूसरी बस पकड़ने आनंद विहार बस अड्डे जा रहे हैं। इसी मामले को लेकर यह एफआईआर दर्ज की गई है।
इससे पहले जब 29 मार्च को दिल्ली पुलिस ने बस ड्राइवरों से सवाल किया था कि वे मजदूरों को बिना टिकट के कैसे लेकर जा रहे हैं तो डीटीसी के ड्राइवरों ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया था। अधिकांश डीटीसी ड्राइवरों ने पुलिस को बताया था कि ऊपर से आदेश मिला है। ड्राइवरों ने कहा था कि ऊपर से आदेश होने के चलते ही वे मजदूरों को लेकर आनंद विहार बस अड्डे छोड़ने जा रहे हैं।
Coronavirus: देशभर में मरीजों की संख्या 1750 के पार, 50 की हुई मौत बता दें कि 28 और 29 मार्च को कोरोना के खौफ के चलते हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर आनंद विहार, आईएसबीटी और गाजीपुर पहुंच गए थे। प्रवासी मजदूर इन बस अड़डों पर अपने-अपने शहरों की ओर जाने वाली बसों का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान संक्रमण के खतरे को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन के लोगों ने मौके पर पहुंच कर उन्हें समझाया था और अपने अपने घरों की ओर वापस जाने की अपील की थी।