scriptMann Ki Baat : पीएम मोदी ने कहा – लद्दाख में दिया करारा जवाब, दोस्ती निभाना और आंख में आंख डालकर बात करना जानते हैं, 10 प्रमुख बातें | Mann Ki Baat : You have given a befitting reply in Ladakh, maintain friendship and talk with eyes in your eyes, know PM Modi 10 key things: | Patrika News

Mann Ki Baat : पीएम मोदी ने कहा – लद्दाख में दिया करारा जवाब, दोस्ती निभाना और आंख में आंख डालकर बात करना जानते हैं, 10 प्रमुख बातें

locationनई दिल्लीPublished: Jun 28, 2020 12:25:23 pm

Submitted by:

Dhirendra

पीएम मोदी ने Mann ki Baat में देशवासियों को सुरक्षा का भरोसा दिया।
चीन का नाम लिए बगैर पड़ोसियों के साथ जारी तनाव का मुद्दा उठाया।
All India Radio पर मन की बात एक लोकप्रिय कार्यक्रम है।

PM MOdi

पीएम मोदी नेन चीन का नाम लिए बगैर पड़ोसियों के साथ जारी तनाव का मुद्दा उठाया।

नई दिल्ली। लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात ( Mann Ki Baat ) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Prime Minister Narendra Modi ) ने रविवार को देशवासियों को संबोधित किया। इस बार मन की बात में उन्होंने कहा कि साल 2020 के बारे में लोग तरह-तरह की बातें सोच रहे हैं। इस साल में कई चुनौतियां आईं लेकिन इसकी वजह से साल को खराब मानना ठीक नहीं। लड़ाई लंबी चलेगी।
उन्होंने चीन ( China ) का नाम लिए बगैर कहा कि पड़ोसियों द्वारा जो किया जा रहा है, देश उन चुनौतियों से निपट रहा है। चिंता करने की कोई बात नहीं है। देशवासी हर चुनौतियों ( Every challenges ) का सामना सफलतापूर्वक करने में कामयाब होंगे। उन्होंने पड़ोसी दुश्मनों का जिक्र करते हुए कहा कि हम दोस्ती निभाना भी जानते हैं और आंख में आंख डालकर बात करना भी जानते हैं।
आइए हम आपको बताते हैं मन की बात में पीएम मोदी द्वारा कही गई 10 प्रमुख बातें :

1. लोग सोच रहे हैं, ये साल कब बीतेगा। यह साल शुभ नहीं है। लोग चाहते हैं कि यह साल जल्द बीत जाए। 6 से 7 महीने पहले कहां जानते थे कि ऐसा संकट आएगा। कोरोना के बीच पश्चिम बंगाल, ओडिश, महाराष्ट्र और गुजरात में अम्फान, निसर्ग और अब टिड्डी दल और भूकंप का संकट हमारे सामने है। पीएम मोदी ने कहा कि मुश्किलें आती हैं। क्या आपदाओं की वजह से साल को खराब मान लिया जाए। एक साल में एक चुनौती आए या 50 चुनौतियां, उससे साल खराब नहीं होता।
2. पिछले कुछ महीनों से पड़ोसी देशों की हरकतों का जिक्र करते हुए कहा कि लद्दाख ( Ladakh ) पर भारत की भूमि पर आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला। भारत दोस्ती निभाना और आंख में आंख डालकर बात करना भी जानता ( He knows how to follow friendship and talk eye to eye ) है। 20 सैनिकों ने दिखाया कि मां भारती पर कभी आंच नहीं आने देंगे। उन्होंने पाकिस्तान और नेपाल की ओर से उत्पन्न की जा रही समस्याओं की ओर भी संकेत किया। उन्होंने कहा कि हम मां भारत के सम्मान को आंच नहीं आने देंगे।
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3. पीएम ने बिहार के रहने वाले शहीद कुंदन कुमार के पिताजी ( Martyr Kundan Kumar’s father ) के शब्द का जिक्र करते हुए कहा कि वो मेरे कानों में गूंज रहे हैं। वो कह रहे थे, अपने पोतों को भी देश की रक्षा के लिए सेना में भेजूंगा। यही हौंसला हर शहीद के परिवार का है। शहीदों के परिजनों का यह त्याग हमारे लिए पूजनीय है।
4. भारत-माता की रक्षा के जिस संकल्प से हमारे जवानों ने बलिदान दिया है, उसी संकल्प को हमें भी जीवन का ध्येय बनाना है। हमारा हर प्रयास देश की सीमाओं की रक्षा और उसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए होनी चाहिए। यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी।
5. मोदी ने देशवासियों को आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी। इससे सैनिकों की मदद होगी। मोदी ने कहा कि ऐसे कई लोगों के संदेश उन्हें मिलते हैं कि वे लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि देशसेवा का स्कोप भी एक फील्ड में होता है। लोगों को देश को मजबूत बनाने के लिए काम करना ( Every effort should be made to protect the country’s borders and make it self-sufficient ) चाहिए। इससे आत्मनिर्भर भारत के अभियान को तेजी मिलेगी।
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6. कोरोना संकट ( Coronavirus Crisis ) काल में देश लॉकडाउन ( Lockdown ) से बाहर निकल आया है। अनलॉक में कोरोना को हराना और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने पर जोर देने का काम जारी है। देशवासियों से अपील की है कि मास्क जरूर पहनें और दो गज की दूरी का पालन करने को कहा। इसी में हम सुरक्षित हैं और हमारी भलाई भी इसी में है।
7. मोदी ने हर घर के बच्चों से गुजारिश की है कि जब टाइम मिले तो घर के बुजुर्गों का इंटरव्यू ( Interview the elderly ) करें। उनसे पूछे कि बचपन में क्या खेलते थे, छुट्टियों में क्या करते थे। त्योहार कैसे मनाते थे। बुजुर्ग भी इससे खुश होंगे। 40-50 साल पहले क्या होता था, भारत कैसा था बच्चों को भी जानने को मिलेगा।
8. मन की बात में मॉनसून ( Monsoon ) का जिक्र करते हुए कहा कि इसबार बारिश अच्छी होने की उम्मीद है। इसके साथ ही उन्होंने 85 साल के कामेगौड़ा का जिक्र किया।उन्होंने कहा कि कामेगौड़ा जानवरों को चराते हैं लेकिन अपने इलाके में नए तालाब बनाने का काम करते हैं।
9. मोदी ने कहा कि गणेश चतुर्थी पर इको-फ्रैंडली मूर्ति ( Eco-Friendly Statue ) बनाने की कोशिश होनी चाहिए जिससे वह नदी में संकट पैदा न करें।

10. पूर्व पीएम पीवी नरसिम्हा ( Former PM PV Narasimha ) को याद करते हुए कहा कि वह अनेक भाषओं को जानते थे। भारत के सबसे अनुभवी नेताओं में से एक थे। वह 17 की उम्र से ही अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहे थे।
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बता दें कि मोदी की मन की बात से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने सरकार से सवाल किया था। मन की बात कार्यक्रम पर सवाल करते हुए उन्होंने लिखा था कि राष्ट्र रक्षा और सुरक्षा की बात कब होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह 66वीं मन की बात है। पिछले मन की बात ( Mann Ki Baat ) यानी मई वाले एडिशन में पीएम मोदी ने कोरोना अनलॉक 1.0 पर बात की थी।

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