
नीतीश कुमार की थानेदारों को हिदायत, धरी गई शराब तो 10 साल तक थाने में नहीं मिलेगी पोस्टिंग
नई दिल्ली। साल 2015 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्ण शराबबंदी का ऐतिहासिक निर्णय लिया था। करीब चार साल बाद उन्होंने फिर से शराब के अवैध करोबार पर सख्त रुख अख्तियार कर लिया है। एक समीक्षा बैठक में नीतीश कुमार ने पुलिस अधिकारियों को साफ कर दिया कि अगर अवैध शराब का कारोबार पकड़ा गया तो वहां के थानेदार को बतौर सजा 10 साल तक थाने में पोस्टिंग नहीं मिलेगी।
लिखित में दें आश्वासन
सीएम नीतीश कुमार ने सभी थानेदारों से लिखित में आश्वासन देने का निर्देश दिया है। थानेदारों से कहा है कि वो यह लिखकर दें कि उनके इलाके में शराब की बिक्री नहीं होती है। साथ ही शराब पर पूर्ण प्रतिबंध पर कड़ाई से अमल करने के निर्देश भी थानेदारों को दिए हैं। ताकि बिहार में शराब पर पूर्ण प्रतिबंध का असर आम जीवन में दिखाई दे।
निगरानी तंत्र को मजबूत बनाने पर बल
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए आईजी (निषेध) तंत्र को और प्रभावी बनाने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि अब तक शराबबंदी कानून को तोड़ने के चलते जिनकी गिरफ्तारियां हई हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
सख्त कार्रवाई करें आईजी निषेध
सीएम ने आईजी (निषेध) को शराब के अवैध धंधे में लिप्त बड़े कारोबारियों और सप्लायरों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अगर कार्रवाई में कमी है तो आईजी (निषेध) को खुद तफ्तीश करके कार्रवाई करनी चाहिए।
Published on:
13 Jun 2019 01:20 pm
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