
Serum Institute of India readying 100 million doses of COVID-19 vaccine: Adar Poonawalla
मुंबई। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) वर्ष 2021-22 के अंत से पहले दुनिया भर में कोरोना वायरस बीमारी (कोविड-19) के खिलाफ पांच अलग-अलग टीकों ( covid-19 vaccine ) की एक अरब खुराक तैयार कर रहा है। वॉल्यूम के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अदार पूनावाला ने कहा कि उनकी कंपनी अगले साल की शुरुआत तक हर तिमाही में कम से कम एक वैक्सीन लॉन्च करने की योजना बना रही है।
इनमें कोविशील्ड, कोवोवैक्स, कोविवैक्स, कोवि-वैक और SII कोवैक्स शामिल होंगे। कोविशील्ड को यूनाइटेड किंगडम के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया जा रहा है और ब्रिटिश-स्वीडिश ड्रग निर्माता एस्ट्राजेनेका से लाइसेंस प्राप्त है। फिलहाल भारत में लगभग 1,600 लोगों पर इस वैक्सीन के फेज 3 क्लीनिकल ट्रायल चल रहे हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने वैक्सीन उम्मीदवार के निर्माण के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ भागीदारी की है, जिसे अगले साल की पहली तिमाही में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है और अगर जल्दी मंजूरी मिल जाती है तो टीकाकरण जनवरी तक शुरू हो सकता है।
बिजनेसटुडे से चर्चा में एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला ने गुरुवार को बताया, "कोविशिल्ड के साथ शुरू होने वाली हर तिमाही में कम से कम एक टीका लॉन्च करने की योजना है, जिसके लिए हमें एस्ट्राज़ेनेका से लाइसेंस मिला है और 2021 तक इसकी शुरुआत संभव है। हम पहले से ही 2-3 करोड़ खुराक बना रहे हैं और उत्पादन को 7-8 करोड़ महीना तक बढ़ा सकते हैं। फिलहाल हम सतर्कता से टीके के शेल्फ जीवन को देखते हुए कम उत्पादन कर रहे हैं।"
रिपोर्ट में बताया गया है कि SII की एक नई कंपनी Serum Institute Life Sciences (SILS) की दूसरी एंटी-कोरोना वायरस वैक्सीन के Covovax होने की संभावना है, जो कि बायोटेक फर्म Novovax के सहयोग से विकसित की गई एक स्पाइक प्रोटीन वैक्सीन है।
Novovax के पास एसआईआई के साथ 2021 में वैक्सीन की एक अरब खुराक का उत्पादन करने के लिए एक व्यवस्था है। रिपोर्ट में कहा गया है कि Covovax का फेज 1 क्लीनिकल ट्रायल मई 2020 में ऑस्ट्रेलिया में शुरू हुआ और यह वर्तमान में विकास के दूसरे चरण में है। वर्ष 2020 के अंत तक 30,000 व्यक्तियों पर फेज-3 के क्लीनिकल ट्रायल शुरू होने की उम्मीद है।
अदार पूनावाला ने कहा कि एसआईएलएस पुणे में नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी, एसआईआई फैसिलिटी के पास आ रही है और इसके पूरा होने में दो साल लगेंगे। पूनावाला ने यह भी कहा कि एसआईएलएस तब तक एसआईएस की क्षमता को आउटसोर्स करेगी।
पूनावाला ने कहा कि निजी कंपनी ने पहले ही 3,000 करोड़ रुपये पूंजि का 70 फीसदी निवेश भूमि, इमारतों, पौधों, कच्चे माल और अन्य संबंधित बुनियादी ढांचे में किया है। SII अमरीका और यूरोपीय बाजारों के लिए कुछ नए टीके विकसित करने के लिए अपनी पहले की विस्तार योजनाओं को स्थगित कर देगा। पूनावाला ने कहा, "एसआईआई और एसआईएलएस के बीच एक बार पूरा होने के बाद, हमारे पास कोरोना वायरस वैक्सीन की 2.3 अरब से अधिक खुराक बनाने की क्षमता होगी, बशर्ते मांग और जरूरत हो।"
Updated on:
23 Oct 2020 08:26 pm
Published on:
23 Oct 2020 08:14 pm
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