
What is Surgical Strike? When and why it needed?
नई दिल्ली। यों तो भारत एक शांत राष्ट्र है, लेकिन कई मौके ऐसे भी आए हैं जब देश ने इसकी आन-बान और शान के खिलाफ की जाने वाली हरकतों का मुहंतोड़ जवाब देने के लिए ऐतिहासिक रूप से कठोर कदम उठाए हैं। देश की अखंडता पर खतरा महसूस होने पर भारत ने कुछ वर्ष पूर्व नियंत्रण रेखा के पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक ( surgical strike ) की थी और आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए थे।
दरअसल कई बार खुफिया एजेंसियों की पुख्ता और विशिष्ट सूचना के आधार पर भारत ने बिल्कुल गुपचुप ढंग से सैन्य कार्रवाई के साथ सर्जिकल स्ट्राइक भी है। इन कठोर कदमों की वजह देश की सुरक्षा और अखंडता पर मंडराता खतरा था। इनमें म्यांमार की कार्रवाई भी शामिल है, जिसमें मणिपुर के चंदेल जिले में सैन्य टुकड़ी पर हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे। इसके बाद सेना ने कड़ी कार्रवाई करते हुए बेहद कड़ा कदम उठाया और म्यांमार की सीमा में घुसकर आतंकी संगठन एलएससीएन के शिविरों को नष्ट कर दुश्मनों को ना भूलने वाला सबक सिखाया।
हाल ही में 28 सितंबर 2016 में भारत ने पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा के पास बने आतंकी लॉन्चपैड्स को नेस्तानाबूद करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की थी। भारत ने यह कार्रवाई आतंक के प्रति अपनी जीरो टॉलरेंस नीतिक के चलते की, जो सरहद के इस ओर भारतीय नागरिकों पर किसी भी तरह के खतरे को रोकने के लिए आतंकियों के खिलाफ की गई बेहद सख्त कार्रवाई थी। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या होती है?
सर्जिकल स्ट्राइक
दरअसल सर्जिकल स्ट्राइक या सर्जिकल ऑपरेशन एक सैन्य हमला होता है जो केवल एक निर्धारित सैन्य लक्ष्य को नष्ट करने के उद्देश्य से किया जाता है। इसके अंतर्गत आसपास के निर्माण, वाहनों, इमारतों या अन्य जनता के अन्य निर्माणों और सुविधाओं को बिना या बेहद मामूली नुकसान पहुंचे, इस बात की अच्छे तैयारी की गई होती है।
काफी कोऑर्डिनेशन जरूरी
इस तरह की कार्रवाई यानी स्ट्राइक की सफलता के लिए सरकार, खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों के बीच बेहद जबर्दस्त समन्वय की जरूरत होती है। यह बेहद तेज और प्रभावी कार्रवाई होती है और किसी अप्रिय स्थिति को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त कमांडों के दस्ते को पहले से ही स्टैंड बाई मोड पर तैयार रखा जाता है।
स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेज
स्पष्ट तौर पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी सुनियोजित कार्रवाई सैन्य बलों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई है जिसका पालन विशेष ऑपरेशन बलों (स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेज) की टीम द्वारा हवाई, हवाई हमले या जमीनी हमले के जरिये किया जा सकता है। ये स्पेशल ऑपरेशंस फोर्सेज तड़के दुश्मन को अचंभा देते हुए तोड़फोड़, टोही, विध्वंसक और दूसरे देशों के क्षेत्र पर अन्य विशेष अभियान के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित होते हैं।
Updated on:
28 Sept 2020 05:22 pm
Published on:
28 Sept 2020 05:11 pm
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