
child
नई दिल्ली। महामारी कोरोना वायरस की तीसरी लहर (third wave of corona virus) की आहट के बीच कई देशों में कोविड—19 (Covid-19) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना वायरस का डेल्टा वैरिएंट (delta variant) सभी स्टेन में सबसे ज्यादा संक्रामक है। अमेरिका में भी डेल्टा वैरिएंट (Coronavirus in America) की वजह से संक्रमण के मामलों में बड़ा उछाल देखा जा रहा है। सबसे खास बात यह है कि यह मासूम बच्चों में तेजी से फैल रहा है। अस्पतालों में संक्रमित बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। कोरोना के बढते मामलों को देखकर डॉक्टर्स और प्रशासन काफी चिंतित है।
तेजी से फैल रहा है डेल्टा वैरिएंट
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट की वजह से संक्रमित मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। यह अल्फा स्टेन के मुकाबले में बच्चों को बहुत ज्यादा संक्रमित कर रहा है। इस महीने बच्चों को स्कूल में बुलाए जाने की चर्चा हो रही है। इसी बीच बच्चों संक्रमित होने से अभिभावक काफी परेशान है। क्योंकि पिछले कई महीनों से बच्चे स्कूल नहीं गए है। अगर स्कूल जाते है तो यह खतरा और ज्यादा बढ़ जाएगा।
बच्चों पर सबसे ज्यादा असर
एक रिपोर्ट के अनुसार डॉ. जेम्स वर्सालोविक का कहना है कि यह कोरोना वायरस की सबसे ज्यादा खतरनाक लहर साबित हो सकती है। डेल्टा वैरिएंट के कारण संक्रमित मरीजों में बहुत ज्यादा इजाफा हो रहा है। इसका सबसे ज्यादा असर बच्चों में देखनेे को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना से संक्रमित 90 प्रतिशत से अधिक बच्चों में डेल्टा वैरिएंट पाया गया है।
अस्पतालों में भर्ती हुए रिकॉर्ड बच्चे
अमेरिका टीकाकरण की कमी की समस्या से जूझ रहा है। कई हिस्सों में अभी तक टीके नहीं लग पाए है। कम वैक्सीनेशन वाले क्षेत्रों में वायरस से संक्रमित बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी देखी जा रही है। विश्लेषण के अनुसार, फ्लोरिडा ने लगातार आठ दिनों तक बच्चों के अस्पताल में भर्ती होने का रिकॉर्ड बनाया। अभी तक 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए वैक्सीन नहीं है। 12 साल या उससे ज्यादा उम्र के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
Published on:
10 Aug 2021 10:25 am
बड़ी खबरें
View Allविश्व की अन्य खबरें
विदेश
ट्रेंडिंग
