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पाकिस्तानी पत्रकार को महंगा पड़ा इमरान सरकार और सेना के खिलाफ आवाज उठाना, एकरिंग से हटाया

पाकिस्तान के जाने माने पत्रकार हामिद मीर को पाक सेना की आलोचना करना काफी महंगा साबित हुआ है। इमरान सरकार ने उनके प्रतिष्ठित शो को अनिश्चितकाल के लिए ऑफ एयर कर दिया है। हामिद मीर के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर इमरान खान सरकार घिर गई है।

Hamid Mir
Hamid Mir

नई दिल्ली। पाकिस्तान के जाने माने पत्रकार हामिद मीर को पाक सेना की आलोचना करना काफी महंगा साबित हुआ है। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में 28 मई को एक सभा के दौरान हामिद मीर ने अपने एक सहकर्मी असद तूर के घर में घुसकर हुई मारपीट का कड़ा विरोध जताया था। उस दौरान हामिद मीर ने ने इमरान खान सरकार और सेना के खिलाफ तीखे प्रहार किये थे। इस घटना के कुछ दिना बाद ही इमरान सरकार ने उनके प्रतिष्ठित शो को अनिश्चितकाल के लिए ऑफ एयर कर दिया है। हामिद मीर के खिलाफ कार्रवाई किए जाने पर इमरान खान सरकार घिर गई है।

दो बार पहले भी प्रतिबंध लगाया जा चुका है
एंकर हामिद मीर ‘जिओ टीवी’ पर प्राइम टाइम ‘कैपिटल टॉक’ शो को होस्ट करते हैं। इस घटना के बाद मीर को टीवी नेटवर्क द्वारा अब छुट्टी पर भेज दिया गया है। उन्होंने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि ये उनके पहली बार नहीं है। उन्होंने कहा है कि परिणामों के बावजूद वह अपनी लड़ाई को आगे भी जारी रखेंगे। हामिद का कहना है कि दो बार पहले भी उनपर प्रतिबंध लगाया जा चुका है।

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अब परिवार को मिल रही है धमकियां
इस बारे में उन्होंने ट्वीट में लिखा, मेरे लिए कुछ भी नया नहीं है। मुझे पहले भी दो बार प्रतिबंधित किया गया था। दो बार नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। मैं संविधान में दिए गए अधिकारों के लिए आवाज उठाना बंद नहीं कर सकता। इस बार मैं किसी भी परिणाम के लिए तैयार हूं और किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हूं। क्योंकि वे मेरे परिवार को धमकी दे रहे हैं।

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इमरान सरकार और सेना प्रमुख जनरल की आलोचना
पत्रकार हामिद मीर के कार्यक्रम पर रोक लगाने के बाद पाकिस्तान की इमरान खान सरकार और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा सवालों के घेरे में आ गए हैं। दुनियाभर में इमरान व बाजवा की कड़ी निंदा की जा रही है। पाक के विपक्षी दल, एमनेस्टी इंटरनेशनल, मानवाधिकर संगठन, फेडरल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट ने मीर पर पाबंदी का विरोध किया है।

पिछले हफ्ते पत्रकार की हुई थी पिटाई
पिछले हफ्ते इस्लामाबाद में एक स्वतंत्र पाकिस्तानी पत्रकार असद अली तूर को उनके घर के बाहर तीन अज्ञात लोगों ने पीटा। इसके साथ चेतावनी दी कि वह अपने काम को करना बंद कर दें। तूर पर हुए हमले के विरोध में शुक्रवार को मीर ने हाल ही में पाकिस्तान में पत्रकारों पर हुए हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान उजागर करने की धमकी दी थी। उन्होंने पाकिस्तानी सेना की मिलीभगत को लेकर कई शब्दों का इस्तेमाल किया और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का नाम भी लिया था।