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तालाब में बिजली गिरने से 13 भैंसों की मौत, मुसीबत बनी बारिश

Buffaloes Died in Lightning : सभी भैंसों को उनके पशुपालक गांव के बाहर स्थित तालाब पर नहलाने ले गए थे। यहां अचानक तेज बारिश होने लगी और एकाएक कड़कड़ाते हुए तालाब में बिजली गिर गई, जिसकी चपट में आकर 13 भैंसों की मौत हो गई।

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Buffaloes Died Lightning

Buffaloes Died in Lightning :मध्य प्रदेश के मुरैना से बड़ी खबर सामने आई है। यहां आकाशीय बिजली गिरने से एक साथ 13 भैंसों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सभी भैसें गांव के बाहर स्थित तालाब में नहा रही थीं। इसी दौरान अचानक तेज बारिश शुरु हुई और एकाएक कड़कड़ाते हुए तालाब में बिजली गिर गई, जिसने नहां रही भैंसों को अपनी चपेट में ले लिया और मौके पर ही 13 की मौत हो गई।

हादसे का शिकार हुईं सभी भैसें गांव के किसानों की हैं। इस प्राकृतिक घटना के बाद ग्रामीणों ने मिलकर सभी मृत भैंसों को तालाब से बाहर निकाला। वहीं इस घटना की सूचना संबंधित पुलिस थाना और पशु चिकित्सा विभाग को दी गई। पुलिस इस मामले में आज अपना प्रतिवेदन प्रशासन को सौंपेगा, जिससे आधार पर पीड़ित पशुपालकों को शासन के नियमानुसार सहायता राशि दी जा सके।

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अचानक बदला मौसम, तालाब पर गिरी बिजली

दर्दनाक घटना जिले के टेंटरा थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले गजाधरपुरा गांव की है, जहां के कुछ किसान अपने दुधारू पशुओं को जंगल से चारा खिलाकर लाए, जिसके बाद दोपहर के समय तेज गर्मी के चलते पशुपालक अपनी भैंसों को लेकर गांव के बाहर स्थित तालाब में नहलाने ले गए। तालाब में सभी भैंसे नहा रही थीं और उनके पशुपालक तालाब किनारे पर बैठे थे। इसी बीच अचानक मौसम बदल गया और देखते ही देखते तेज बारिश शुरु हो गई। बारिश के बीच आसमान में बादल गरजने लगे, जिसे देख सभी पशुपालक सुरक्षित स्थान पर चले गए। जबकि उनकी भैंसें तालाब में ही नहाती रहीं। इसी दौरान अचानक कड़कड़ाती हुई बिजली आसमान से तालाब पर गिरी। पशुपालक जबतक कुछ समझ पाते तबतक तालाब में मौजूद सभी 13 भैंसों की मौत हो गई।

ग्रामीणों की सहायता से सभी भैसों को तालाब से निकाला

घटना के बाद पशुपालकों के बीच अफरा तफरी मच गई। काफी देर तो किसी ने पानी में जाकर भैंसों की स्थिति देखने की हिम्मत ही नहीं की। पशुपालक तुरंत ही गांव पहुंचे और अन्य के ग्रामीणों के साथ परिजन को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण तालाब पहुंच गए। इसके बाद ग्रामीण तालाब में उतरे और सभी मृत पशुओं को तालाब से बाहर निकाला।

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इन पशुपालकों की भैंसों की मौत

बताया जा रहा है कि हादसे में मरने वाली भैंसों में पीतम रावत की 4, घनश्याम गुर्जर की 2, नाथू गुर्जर की 2, भैंरो गुर्जर की 2, पीतम जल्लो गुर्जर की 1, महेंद्र की 1 और भैरो गुर्जर की 1 भैंस शामिल है।

सभी दुधारू पशुओं की मौत

बिजली की चपेट में आकर मरने वाले सभी पशु दुधारू थे। इनमें से हर एक की कीमत लगभग एक लाख रूपए आंकी गई है। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस के साथ राजस्व विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। टीम के अधिकारियों ने घटना का जांच कर प्रतिवेदन तैयार कर लिया है। वहीं पशु चिकित्सा विभाग ने सभी मृत भैंसों का पोस्टमार्टम मौके पर ही किया। अब पशु चिकित्सा विभाग भी अपना प्रतिवेदन प्रशासन को सौंपेगा।

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'पीड़ित पशुपालकों को मिलेगा मुआवजा'

घटना के संबंध में जानकारी देते हुए टेंटरा थाना प्रभारी शिवप्रताप सिंह कुशवाहा ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के कारण भैंसों की मौत हुई है। पुलिस जांच कर अपना प्रतिवेदन स्थानीय प्रशासन को भेजेगी, ताकि पीड़ित पशुपालकों को नियमानुसार सहायता प्रदान की जा सके।

'नियमानुसार सहायता की जाएगी'

मामले लेकर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी सीबी प्रसाद ने कहा कि पुलिस, राजस्व और पशु चिकित्सा विभाग के प्रतिवेदन आने पर राजस्व अधिनियमों केपीड़ित पशुपालकों को नियमानुसार सहायता की जाएगी।