
(Photo- IANS)
महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। 15 अगस्त से 19 अगस्त तक के सिर्फ पांच दिनों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 21 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। इस आपदा में 11 पशुओं की भी जान चली गई। वहीँ, बारिश का बड़ा असर किसानों पर भी पड़ा है। अगस्त में राज्य में भारी बारिश से खरीफ सीजन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य के 19 जिलों के 187 तालुकाओं और 654 राजस्व मंडलों में भारी बारिश हुई है।
महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दत्तात्रेय भरणे ने बताया कि मूसलाधार बारिश से राज्य के 19 जिलों में फसलों को नुकसान हुआ है। अब तक 20 लाख 12 हजार 775 एकड़ क्षेत्र की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है। इसमें सोयाबीन, मक्का, कपास, उड़द, तुअर, मूंग सहित कई खरीफ फसलें शामिल हैं।
भरणे ने वाशिम में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अकेले नांदेड जिले में 7.13 लाख एकड़ क्षेत्र की फसल को नुकसान पहुंचा है। इसके बाद वाशिम में 4.11 लाख एकड़ क्षेत्र प्रभावित हुआ है। वहीं, क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे ज्यादा नुकसान भी वाशिम में ही हुआ है। जिससे लाखों किसानों की आजीविका पर संकट मंडराने लगा है।
कृषि विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में कुल 805,110 हेक्टेयर यानी 20,12,775 एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है। सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में नांदेड (2,85,543 हेक्टेयर), वाशिम (1,64,557 हेक्टेयर), यवतमाल (80,969 हेक्टेयर), बुलढाणा (74,405 हेक्टेयर), अकोला (43,703 हेक्टेयर), सोलापुर (41,472 हेक्टेयर) और हिंगोली (40,000 हेक्टेयर) शामिल हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि नुकसान का पंचनामा किया जा रहा है और जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, किसानों को तुरंत मदद दी जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ खड़ी है।
Published on:
20 Aug 2025 06:20 pm
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