
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
मुजफ्फरनगर। देश मे आई कोरोना (coronavirus) की लहर में हर नागरिक अपनी जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। वहीं फ्रंट लाइन वर्कर (corona warrior) यानी चिकित्सक पूरी निष्ठा के साथ अपनी जान को जोखिम में डालकर और अपने परिजनों की जान की परवाह किये बिना लोगो की जान बचाने का काम कर रहे हैं। जनपद मुज़फ्फरनगर में एक डॉक्टर अपनी मां के कोरोना से निधन के बाद भी लगातार ड्यूटी पर रहकर लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं। ऐसे कोरोना योद्धा को दिल से सलाम तो बनता ही है जो अपनी और अपने परिवार की परवाह किए बिना लगातार अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।
दरअसल, कानपुर से एमबीबीएस, एमडी डॉ. अतुल कुमार 2016 से मुज़फ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर मुजफ्फरनगर में पैथोलॉजी डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं। इस मेडिकल कालेज को कोविड हॉस्पिटल बनने के बाद से ही पैथोलॉजी विभाग में कोरोना जांच की जा रही है। इसी बीच डॉ. अतुल कुमार की मां की तबियत बिगड़ी तो उनकी कोरोना जांच पॉजिटिव आने के बाद भी लोगों की जान बचाने व्यस्त डॉ. अतुल कुमार अपनी मां की देखभाल नहीं करने जा पाये और उनकी माताजी का निधन हो गया। डॉक्टर अगले दिन फिर से अपनी ड्यूटी पर आकर लोगों की जान बचाने में लग गए।
जिले में 347 नए संक्रमित मिले
शनिवार को जनपद में 347 नए मरीज सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक मरीज 197 शहर के निवासी हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक शनिवार को 818 मरीज स्वस्थ हुए। वर्तमान में 5113 मरीजों का अलग-अलग अस्पताल व होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। अभी तक 19 हजार से अधिक केस मिल चुके हैं।
Published on:
02 May 2021 11:57 am
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