Mass Religion Conversion: धर्मांतरण रैकेट में पड़ताल जारी, 24 राज्यों में फैला है नेटवर्क, एनआईए कर सकती है जांच
खतौली थानाक्षेत्र के गांव ताजपुर निवासी जितेंद्र कुमार इंडिगो कार में सवार होकर गांव ताजपुर से मेरठ जा रहा थे। अभी वह खतौली-मुज़फ्फरनगर मार्ग ( Meerut Road ) स्थित गांव भैंसी के निकट पहुंचे ही थे कि कार से धुंआ निकलने लगा। जितेंद्र ने कार को साइड लगाया और जब उसने कार का बोनट खोलकर देखा तो तब तक कार में आग लग चुकी थी जिसके बाद कर चालक जितेंद्र ने मामले की जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी। दमकलकर्मियों की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। मगर तब तक कार पूरी तरह से जलकर राख हो चुकी थी। कार में आग लगने का कारण शॉट सर्किट माना जा रहा है।प्राथमिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि जितेंद्र ने कार में वायरिंग कराई थी। वायरिंग में सस्ते वाला बिना आईएसआई मार्का के तार इस्तेमाल किया गया था। अब आशंका जताई जा रही है कि कमजोर तार की वजह से आग लगी है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं है लेकिन इलैक्ट्रिशियन की माने तो अक्सर एक्सट्रा वायरिंग ही कार में आग लगने का कारण बनती है।