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ग्रामीण छात्रों को मिले प्रवेश में पांच फीसदी की छूट

एनएसयूआई ने प्रदर्शन कर जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

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नागौर. रैली के रूप में कलक्ट्रेट जाते हुए एनएसयूआई कार्यकर्ता।

नागौर. राजस्थान विश्वविद्यालय व जेएनयू विश्वविद्यालय की तर्ज पर जिले की कॉलेजों में नव प्रवेशित ग्रामीण विद्यार्थियों को मेरिट सूची में पांच फीसदी की अतिरिक्त छूट देने की मांग को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को कलक्टे्रट पर प्रदर्शन कर अतिरिक्त जिला कलक्टर अशोक कुमार को महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय के कुलपति, मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इससे पूर्व जिला कांग्रेस कार्यालय में बैठक करने के बाद जिलाध्यक्ष राजेन्द्र डूकिया के नेतृत्व में कार्यकर्ता रैली के रूप में कलक्ट्रेट पहुंचे। वहां मुख्य द्वार पर जमकर नारेबाजी की। बैठक को संबोधित करते हुए डूकिया ने कहा कि वर्तमान सरकार युवाओं को सपने तो काफी दिखा रही है लेकिन कुछ नहीं कर पा रही है। इससे पता चलता है कि सरकार नाकार हो चुकी है। यूथ कांग्रेस प्रदेश महासचिव हनुमान बांगड़ा ने कहा कि सरकार को युवाओं की मांग को पूरा करें। भाजपा सरकार ने युवा, किसान व आमजन को सिर्फ गुमराह किया है। छात्र नेता सुनील सोमलवाड ने कहा कि छात्रों के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। विजेन्द्र भादू ने कहा कि रिक्त पद नहीं भरने के कारण युवा पढ़ाई से दूर हो रहा है। जल्द ही पद नहीं भरे गए तो आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान तेजपाल पोटलिया, रविंद्र तरड़, राजवीर मेघवाल, मुकेश जाखड़, सिकंदर खान, दीनाराम दाधीच, सुभाष शर्मा, मोहित व्यास, निखिल जादू, दिनेश लामरोड़, सुरेन्द्र भाकल सहित बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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निदेशालय के आदेश पर भारी पड़े शिक्षक

कार्रवाई की चेतावनी के बाद भी अनिवार्य प्रशिक्षण शिविर में अनुपस्थित रहे शिक्षक

नागौर. प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के निर्देश को कई शिक्षकों ने सिरे से नकार दिया। ग्रीष्मकालीन शिविर में अनुपस्थित नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी के बाद भी शहर के कस्तूरबागांधी आवासीय बालिका विद्यालय में लगाए गए चार चरण के शिविरों में 26 शिक्षक अनुपस्थित रहे। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार शिविर शुरू होने से पूर्व ही संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों को निदेशालय की ओर से आए निर्देश से अवगत करा दिया गया था। निदेशालय ने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि अनुपस्थित होने पर शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। इसके बाद भी यह शिक्षक शिविर में नहीं आए। शिविर प्रभारी की ओर से शिविर के लिए चयनित शिक्षकों से संपर्क कर आने के लिए कहा गया, लेकिन इसे भी दरकिनार कर दिया गया।
इस संबंध में जिला शिक्षाधिकारी प्रारंभिक का भी अतिरिक्त कार्यभार संभाल रहे माध्यमिक शिक्षाधिकारी प्रथम ब्रह्माराम चौधरी का कहना था कि अभी तो जिले के 14 ब्लॉकों से भी इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद उसकी स्क्रीनिंग कर निदेशालय भेज दी जाएगी।