27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Video : धायली देवी के सिर से छिन गया पिता, भाई व पति का साया

रोहिसड़ा, सुरपुरा व डोडियाना में एक साथ उठी पांच अर्थियां, पिता को बीकानेर में डॉक्टर को दिखाने के लिए गांव से रात को करीब 2 बजे निकले

2 min read
Google source verification
bikaner accident

nagaur news

नागौर./ पादूकलां. बीकानेर के गंगाशहर के पास मंगलवार सुबह काल बनकर आए टेंकर ने जोरदार टक्कर मारी, जिससे चार जनों की घटनास्थल पर एवं एक की बाद में दर्दनाक मौत हो गई। घटना में मृत सभी लोग एक ही परिवार व आपस में रिश्तेदार थे। घटना की सूचना मिलने पर हर कोई स्तब्ध रह गया।
रोहिसड़ा निवासी शिक्षक सुरेश माठ अपने पिता कानाराम को बीकानेर में डॉक्टर को दिखाने के लिए सोमवार की रात को करीब 2 बजे गांव से लग्जरी कार में अपने जीजा, भांजा व डोडियाना निवासी शिवराज के साथ रवाना हुए। जानकारी के अनुसार मृतक कानाराम को बीकानेर में डॉक्टर को 8 बजे दिखाने का समय लिया था, लेकिन बीकानेर पहुंचने से पहले ही उन्हें काल ने अपने आगोश में ले लिया, जिससे ड्राइवर सहित कार में सवार पांच जनों की सडक़ हादसे में मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलने पर मृतकों के गांव में कोहराम मच गया। सभी पांचों मृतकों का बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही बेसुध हो गई
शिक्षक जगदीश की मौत ने उसकी पत्नी धायली को असहाय कर दिया है, जिसने अपने पिता कानाराम, भाई सुरेश व पति जगदीश को खोया है। मौत का समाचार सुन मृतक जगदीश की पत्नी धायली बेसुध होकर गिर पड़ी, जिसे महिलाएं बार-बार उसको होश में लाने का प्रयास करती रहीं। बेटी अपने पिता जगदीश का इंतजार कर रही थी कि उसके पिता का शव देखकर वह गेट के सामने ही बेसुध होकर गिर पड़ी। पत्नी और पुत्री का रो-रो कर बुरा हाल था। यही हाल सुरपुरा में हुआ, जहां महिलाएं बार बेसुध हो रही थी। मृतकों के बूढ़े माता-पिता पर जैसे दु:खों का पहाड़ टूट गया हो।
रुंधे गले से उनसे रोया भी नहीं जा रहा था। दुर्घटना में पांच जनों की मौत की सूचना से रोहिसड़ा, सुरपुरा व डोडियाना में शोक की लहर दौड़ पड़ी। हर कोई एक साथ पांच लोगों की मौत से सन्न रह गया। रोहिसड़ा व सुरपुरा में तो मातम सा छा गया और कई घरों में चूल्हे नहीं जले। दोनों गांवों में माहौल गमगीन हो गया। दोनो गांवों की दूरी केवल 2 किमी है। ड्राइवर अलपुराम पूना रहता है, वहां कपड़े व किराना की दुकान चलाता है, वह कुछ समय पहले ही गांव आया था।