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Nagaur : नागौर की रूण ग्राम पंचायत में नवाचार : 15 सौ बीघा से हटाया जूली फ्लोरा, तालाब में बढ़ी पानी की आवक

Nagaur News : नागौर जिले की रूण ग्राम पंचायत में नवाचार। अंगोर भूमि को जीवनदान मिला। 15 सौ बीघा से हटाया जूली फ्लोरा। बड़ी संख्या में लगाए छायादार पेड़। तालाब में पानी की आवक बढ़ी। जानें पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के लिए और क्या काम किए।

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Nagaur Run Gram Panchayat Innovation Julie Flora removed from 1500 bighas water inflow increased in pond

फोटो पत्रिका

Nagaur News : नागौर जिले की रूण ग्राम पंचायत ने पर्यावरण संरक्षण और जल संरक्षण के क्षेत्र में मिसाल कायम की है। पत्रिका के अभियान को सार्थक करते हुए यहां ग्राम पंचायत ने 15 सौ बीघा बंजर अंगोर भूमि से जूली फ्लोरा (अंग्रेजी बबूल) को हटाकर जमीन को जीवनदान दिया है। इस पहल से तालाब में पानी जाने का रास्ता साफ हो गया और तालाब में पानी की आवक भी बढ़ गई। साथ ही पशुओं के लिए हरे चारे की व्यवस्था सुलभ हुई।

बंजर भूमि फिर से हरी-भरी हो गई

रूण गोशाला के अध्यक्ष रामेश्वर गोलिया ने बताया कि राजस्थान पत्रिका के अभियान ‘जंगली बबूल से मुक्त करो धरती’ के तहत ग्राम पंचायत में पिछले दो साल से चल रहे इस कार्य से बंजर भूमि फिर से हरी-भरी हो गई है। प्रशासक इंदिरा देवी गोलिया और ग्राम विकास अधिकारी राजेन्द्र मिर्धा ने इस मिशन को अमलीजामा पहनाया।

जूली फ्लोरा हटी तो लगे छायादार पेड़

जूली फ्लोरा के हटने से क्षेत्र की जैव विविधता बढ़ने लगी है। ग्रामीणों के सहयोग से ग्राम पंचायत बङ़े स्तर पर छायादार पेड़ लगा रही है। करीब तीन हजार पौधे लगाए जा चुकी हैं। इनमें से कुछ पेड़ बन गए हैं।

पत्रिका का अभियान बना प्रेरणा

गोशाला अध्यक्ष का कहना है कि पत्रिका का ‘जंगली बबूल से मुक्त करो धरती’ अभियान प्रेरणादायक कदम है। अभियान ने न सिर्फ रूण ग्राम पंचायत को प्रेरित किया, बल्कि पूरे प्रदेश में जूली फ्लोरा के खिलाफ जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2010-11 में शुरू हुई इस तरह की योजनाएं बजट की कमी के कारण कई क्षेत्रों में रुक गई थीं, लेकिन रूण की यह पहल साबित करती है कि इच्छाशक्ति से बड़े बदलाव संभव है।