
The villagers jam NH-458, 24 hours later Finish encompass
बड़ी खाटू (Nagaur). जिले के बड़ी खाटू थाना क्षेत्र में शनिवार को जंगल में मिले युवक के शव को लेकर परिजनों एवं ग्रामीणों का धरना करीब 24 घंटे बाद खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल की मध्यस्ता से समाप्त हो गया। इससे पहले शनिवार दोपहर को घटना स्थल पर पड़ाव डालकर बैठे ग्रामीणों ने रविवार को डेगाना-खाटू-लाडनूं राष्ट्रीय राजमार्ग-458 पर जाम लगा दिया। मौके की गंभीरता को देखते हुए नागौर से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी, जायल वृत्ताधिकारी दिनेशहसिंह सहित आसपास के थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। दोपहर बाद धरना स्थल पर पहुंचे विधायक बेनीवाल ने मध्यस्ता करते हुए धरना समाप्त करवाया।
गौरतलब है कि शनिवार सुबह बड़ी खाटू के घड़वा नाडा स्थित जंगल में डीडवाना के इंद्रपुरा निवासी हनुमान का शव मिला था, जिसके बाद परिजनों एवं ग्रामीणों ने हनुमान की हत्या की आशंका जताते हुए आरोपितों को गिरफ्तार करने सहित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग रखते हुए शव उठाने से मना कर दिया था। शनिवार देर रात मृतक हनुमान के चाचा धर्माराम पुत्र तुलछाराम जाट ने थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था।
बेनीवाल ने उठाए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल
रविवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण धरनास्थल पर पहुंचे तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। दोपहर तक कोई आश्वासन नहीं मिलने पर धरनार्थियों ने डेगाना-खाटू-लाडनूं राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया, जिसे दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। काफी देर बाद पुलिस एवं जनप्रतिनिधियों की समझाइश पर ग्रामीणों समझाइश के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया। दोपहर करीब सवा दो बजे खींवसर विधायक हनुमान बेनीवाल घटना स्थल पहुंचे तथा मृतक के परिजनों व ग्रामीणों से चर्चा की। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि नागौर में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है, इसके प्रमुख कारण नागौर एसपी व अजमेर रेंज आईजी हैं। उन्होंने कहा कि नागौर जिले पर आपराधिक ग्रहण लग गया है, जिले में माहौल बहुत खराब हो रहा है।
तीन मांगों पर बनी सहमति
करीब 24 घंटे तक चले धरना-प्रदर्शन के बाद विधायक बेनीवाल ने जायल वृत्ताधिकारी रोहडिय़ा एवं उपखंड अधिकारी के समक्ष परिजनों की ओर से तीन मांगें रखी, जिन पर प्रशासन और परिजनों के बीच सहमती बन गई। तीन मांगों में हनुमान हत्याकांड के आरोपितों को गिरफ्तार करने, घड़वा नाडा जंगल क्षेत्र में अपराधों को रोकने के लिए अस्थाई पुलिस चौकी बनाने तथा मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा दिलाना शामिल है। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने तीनों मांगों पर सहमति दे दी।
पांच लाख का मिलेगी आर्थिक सहायता
मृतक के परिजनों को साढ़े चार लाख रुपए सरकारी मुआवजा देने की घोषणा की गई। इस दौरान विधायक बेनीवाल व जायल प्रधान के पति राजू सांगवा की ओर से 25-25 हजार रुपए देने की घोषणा की गई। इसके बाद करीब 3 बजे परिजनों ने धरना समाप्त कर शव का पोस्टमार्टम करवाया। शाम को इंद्रपुरा गांव में मृतक हनुमान का अंतिम संस्कार किया गया।
पुलिस अधिकारियों ने डाला डेरा
हत्या मामले को लेकर नागौर एसपी परिस देशमुख के नेतृत्व में एएसपी राजकुमार चौधरी, जायल वृत्ताधिकारी दिनेश सिंह रोहडिय़ा, डेगाना वृत्ताधिकारी अंतरसिंह, बड़ी खाटू थानाधिकारी राजपाल सिंह, मूण्डवा थानाधिकारी सुशीला विश्नोई, रोल थानाधिकारी विमला चौधरी, गच्छीपुरा थानाधिकारी जितेन्द्र सिंह, गोटन थानाधिकारी भरत रावत, खुनखुना थानाधिकारी शम्भूदयाल मीणा, डेगाना थानाधिकारी रामवीर जाखड़ आदि ने रविवार को घटनास्थल व खाटू थाने में डेरा डाले रखा।
एक दर्जन से ज्यादा हिरासत में
हनुमान सियाग हत्या मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस करीब 12 जनों को संदेह के दायरे में लेकर पूछताछ कर रही है। मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर और उसके साथियों से लगातार पूछताछ जारी है। एसपी देशमुख ने बताया की जल्दी ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
- परिस देशमुख, एसपी, नागौर
Published on:
04 Mar 2018 11:10 pm
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