16 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

3 दिन बाद मिला लापता कैप्टन का शव, पत्नी से मिलकर लौटते वक्त बाढ़ में बह गई थी कार

पुल से करीब 2 किमी. दूर पेड़ पर फंसा मिला शव...पुल से 100 मीटर दूर गहरे पानी में मिली थी कार

2 min read
Google source verification
captain.jpg

नर्मदापुरम. पचमढ़ी आर्मी एजुकेशन सेंटर के लापता ट्रेनी कैप्टन का तीन दिन बाद आखिरकार शव बरामद कर लिया गया है। ट्रेनी कैप्टन निर्मल शिवराजन का शव नदी में घटनास्थल से करीब 2 किमी. दूर नदी किनारे एक पेड़ से फंसा मिला है। बता दें कि ट्रेनी कैप्टन तीन दिनों से लापता थे। वो 15 अगस्त को जबलपुर में रहने वाली अपनी लेफ्टीनेंट पत्नी से मिलकर वापस पचमढ़ी ट्रेनिंग सेंटर लौट रहे थे और तभी माखन नगर के पास बछवाड़ा नदी में उनकी कार बाढ़ के पानी में बह गई थी।

3 दिन की सर्चिंग के बाद मिली लाश
ट्रेनी कैप्टन निर्मल शिवराजन 13 अगस्त को पचमढ़ी स्थित ट्रेनिंग सेंटर से जबलपुर में रहने वाली अपनी लेफ्टीनेंट पत्नी गोपीचंदा से मिलने के लिए गए थे। उनकी शादी करीब 3 महीने पहले ही हुई थी और पत्नी से मिलने के बाद वो 15 अगस्त की दोपहर वापस पचमढ़ी के लिए कार से निकले थे। 16 अगस्त की सुबह उन्हें ट्रेनिंग सेंटर पर रिपोर्ट करना था लेकिन जब वो नहीं पहुंचे और ट्रेनिंग सेंटर के अधिकारियों ने उनकी पत्नी से संपर्क किया था।

यह भी पढ़ें- कथावाचक महाराज बंद कमरे में शिष्या को पढ़ा रहा था अश्लील कथा, पहुंच गई पत्नी, मचा बवाल

नदी में बह गई थी कार
पत्नी गोपीचंदा ने बताया कि 15 अगस्त की रात करीब 8 बजे उनकी पति निर्मल से मोबाइल पर बात हुई थी तब निर्मल ने उन्हें बताया था ज्यादा बारिश होने के कारण पुल क्षतिग्रस्त हो गया है और इसी कारण वो बाड़ी, बरेली, नसीराबाद होते हुए पचमढ़ी जा रहे थे। ट्रेनी कैप्टन के लापता होने की सूचना मिलने के बाद से ही पुलिस उनकी तलाश में जुट गई थी और रायसेन के बाड़ी के पास टोल पर 15 अगस्त की रात 7.45 बजे कैप्टन की कार CCTV फुटेज में दिखी थी। वहीं, रात साढ़े 8 बजे मोबाइल की आखिर लोकेशन बछवाड़ा गांव दिखा रही थी। यहीं से उन्होंने पत्नी को कॉल किया था।

यह भी पढ़ें- घर से खाना खाने निकले तहसीलदार-पटवारी लापता, मचा हड़कंप

100 मीटर दूर कार, 2 किमी. दूर लाश
नदी के पास आखिरी लोकेशन मिलने के बाद से लगातार नदी में सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। घटनास्थल से करीब 100 मीटर दूरी पर गहरे पानी में उनकी कार गोताखोरों को मिली थी और उसके बाद से ही लगातार सर्चिंग की जा रही थी। गुरुवार को लापता कैप्टन का शव घटनास्थल से करीब 2 किमी. दूर एक पेड़ के पास फंसी मिली है।

यह भी पढ़ें- 24 अगस्त से फिर शुरु हो रही 'रामायण यात्रा', 20 दिन में पूरा होगा अयोध्या टू नेपाल का टूर