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विशाल ददलानी: संसद के एक मिनट की कीमत ढाई लाख, ‘वंदे मातरम्’ पर 10 घंटे तक चली चर्चा- बेरोजगारी, महंगाई, इंडिगो सब फुस्स…

Vishal Dadlani: बॉलीवुड गायक विशाल ददलानी ने पार्लियामेंट में 'वंदे मातरम्' पर हुई 10 घंटे तक चली चर्चा को लेकर करारा तंज कसा है। सिंगर का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

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भारत

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Saurabh Mall

Dec 10, 2025

Vishal Dadlani Vande Mataram

बॉलीवुड गायक विशाल ददलानी ने कसा तंज, जानिए क्या थी वजह? (इमेज सोर्स: पत्रिका डॉट कॉम)

Vishal Dadlani Vande Mataram: बॉलीवुड गायक विशाल ददलानी ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह पार्लियामेंट में 'वंदे मातरम्' पर 10 घंटे तक चली चर्चा पर अफसोस जता रहे हैं।

वीडियो में देखा जा सकता है, उन्होंने कहा- हेलो भाइयों और बहनों, बहुत खुशखबरी की बात है- कल हमारी पार्लियामेंट ने 10 घंटे 'वंदे मातरम्' पर बहस चली। 'वंदे मातरम्' जो देश गीत (राष्ट्रीय गीत) है, इसे बंकिम चन्‍द्र चटर्जी द्वारा लिखा गया है। लोग इसे बहुत चाहते हैं। लेकिन इस बहस की वजह से भारत में बेरोजगारी खत्म हो गई? भारत में महंगाई कम हो गई? भारत में वायु प्रदूषण ठीक हो गया? इंडिगो की दिक्कत भी ठीक हो गई?

विशाल ददलानी ने तंज कसते हुए आगे यहां तक कहा कि संसद में एक मिनट का खर्च 250000 रुपए आता है। और कल 10 घंटे ‘वन्दे मातरम’ पर बहस हुई मतलब 600 मिनट बहस हुई। 15 करोड़ में ये सारी समस्याएं हल हो गईं?

'वंदे मातरम्' के 150 साल पूरे

बता दें ‘वंदे मातरम्’ के 150 साल पूरे होने पर संसद में चर्चा हुई। सोमवार को यह बहस लोकसभा में हुई और मंगलवार को राज्यसभा में। लोकसभा में बहस की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। वहीं राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी बात रखी। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और कई अन्य दलों के नेताओं ने भी इस चर्चा में हिस्सा लिया।

ओवैसी: इस्लाम में अल्लाह के सिवा कोई खुदा नहीं

वहीं AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि भारत इसलिए आजाद हुआ क्योंकि हमने मुल्क और मजहब को एक नहीं बनाया। उन्होंने सरकार से कहा कि ‘वंदे मातरम्’ को जबरदस्ती थोपना संविधान के खिलाफ है। क्या ‘वंदे मातरम्’ अब वफादारी की परीक्षा बन गया है? उन्होंने कहा हम अपनी मां की इबादत नहीं करते, हम कुरान की भी इबादत नहीं करते और इस्लाम में अल्लाह के सिवा कोई खुदा नहीं। इसलिए किसी को मजबूर नहीं किया जाना चाहिए। ओवैसी ने आगे यह भी कहा कि देश भक्ति दिखानी है तो पहले गरीबी और लोगों की समस्याएं खत्म की जाए।