
दिल्ली में खुफिया एजेंसी से इनपुट के बाद हई अलर्ट
अंतरराष्ट्रीय हालात और हाल की घटनाओं के बीच दिल्ली में एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्ती बढ़ा दी गई है। खुफिया एजेंसियों से आतंकी खतरे का इनपुट मिलने के बाद दिल्ली में पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। खास तौर पर 14 से 22 दिसंबर के बीच मनाए जा रहे हनुक्का त्योहार के दौरान कुछ संवेदनशील इलाकों और ठिकानों पर पुलिस टीमों की तैनाती बढ़ा दी गई है। पुलिस को ऐसी जगहों की ज्यादा निगरानी रखने के निर्देश मिले हैं, जहां सामान्य से ज्यादा भीड़ होती है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा एजेंसियां हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं और हालात के अनुसार कदम उठाए जा रहे हैं।
इंडियन एक्सप्रेस को दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि शिया मिलिशिया, इस्लामिक स्टेट (आईएस), अल-कायदा और उनसे जुड़े अन्य संगठन भारत समेत कई देशों में इजरायली और यहूदी ठिकानों पर हमले की साजिश रच सकते हैं। इसी चेतावनी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। दिल्ली के अलावा मुंबई और गोवा जैसे शहरों में भी विशेष निगरानी रखी जा रही है, जहां इजरायली पर्यटकों और व्यवसायियों की मौजूदगी ज्यादा है। इन जगहों पर पुलिस को सामुदायिक केंद्रों और पर्यटन स्थलों के आसपास निगरानी और अलर्टनेस बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सभी 15 जिलों की पुलिस, दिल्ली मेट्रो और रेलवे पुलिस को आदेश दिया है कि संवेदनशील जगहों की तुरंत सुरक्षा जांच की जाए। इसमें इजरायली दूतावास, सिनेगॉग, यहूदी समुदाय के केंद्र, चाबाद हाउस और वह सभी टूरिज्म की जगहें शामिल हैं, जहां इजरायली नागरिक ज्यादा आते हैं। पुलिस टीमों को खास तौर पर भीड़भाड़ वाले धार्मिक कार्यक्रमों और संवेदनशील जगहों के आस-पास ज्यादा सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार सुरक्षा के लिए तैयारी सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर मीटिंग की जा रही हैं। इसके अलावा शहर में इजरायली हितों से जुड़े होटल, रेस्टोरेंट और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। साथ ही पुलिस गश्त भी बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
यह चेतावनी ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में 14 दिसंबर को आतंकी हमले के बाद जारी की गई है। यह हमला बॉन्डी बीच पर हुआ था, जहां हनुक्का उत्सव के दौरान 15 लोग मारे गए थे औऱ बहुत सारे लोग घायल हुए थे। यह हमला साजिद अकरम और उसके बेटे नवीद ने किया था। इन दोनों ने भीड़ में अंधाधुंध फायरिंग कर इस हमले को अंजाम दिया था। पुलिस ने साजिद अकरम को मौके पर ही मार गिराया था और उसके बेटे नवीद को घायल हालत में पकड़ा था। इस हमले ने यहूदी समुदायों पर एक साथ होने वाले संभावित खतरों को लेकर इंटरनेशनल सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है।
हनुक्का त्योहार को रोशनी का त्योहार भी कहा जाता है। यह त्योहार 8 दिनों तक मानाया जाता है। दिल्ली में यह त्योहार 14 दिसंबर की शाम से शुरू होकर 22 दिसंबर की शाम तक चलेगा। यह यहूदी समाज का ऐतिहासिक त्योहार है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। लोग हर रात अपने घर में नौ शाखाओं वाले स्टैंड पर दीये जलाते हैं और सात ही एक दूसरे को गिफ्ट भी देते हैं। इस दौरान तेल से बने खास व्यंजन खाए जाते हैं, जिसमें आलू के पैनकेक और डोनट्स मुख्य हैं।
Updated on:
17 Dec 2025 06:42 pm
Published on:
17 Dec 2025 06:38 pm
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