6 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

‘ग्राहकों से मिलने के लिए मुझे रोज दिए जाते थे 300 रुपये’; फ्लैट के अंदर चल रहे देह व्यापार के धंधे का पर्दाफाश

Delhi Crime: फ्लैट के अंदर चल रहे देह व्यापार के धंधे का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। इस दौरान नाबालिग समेत एक गर्भवती महिला को बचाया गया। जानिए पूरा मामला क्या है?

2 min read
Google source verification
Delhi Crime

दिल्ली में फ्लैट के अंदर चल रहा था देह व्यापार का धंधा। फोटो सोर्स-AI

Delhi Crime: उत्तरी दिल्ली पुलिस ने छापेमारी के दौरान वेश्यावृत्ति के धंधे (Prostitution Racket) से 5 महिलाओं को बचाया। इसमें एक 14 साल की बच्ची और एक 6 महीने की गर्भवती लड़की शामिल थी।

स्वरूप नगर स्थित फ्लैट पर पुलिस ने मारा छापा

बताया जा रहा है कि एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के सदस्य कई हफ्तों से फर्जी ग्राहक बनकर रैकेट के बारे में जानकारी हासिल कर रहे थे। जिसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने दिल्ली के स्वरूप नगर स्थित एक फ्लैट पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान धंधे को संचालित करने के आरोप में एक महिला सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

नाबालिग को दिया पैसों का लालच

काउंसलिंग के दौरान, बच्ची ने बताया कि पिछले महीने की शुरुआत में एक परिचित ने उसे इस धंधे में फंसाया था। बच्ची ने बताया, " घर में आर्थिक तंगी के चलते, मैंने एक महिला से फैक्ट्री में नौकरी ढूंढ़ने में मदद मांगी थी। वह मुझे रंजीता नाम की एक महिला के पास ले गई, जो इसी तरह का एक रैकेट चलाती थी। जब मैंने यह काम करने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने मुझे यकीन दिलाया कि इसमें बहुत पैसा है और इससे हमारी सारी आर्थिक समस्याएं हल हो जाएंगी।''

बच्ची को बाल सुधार गृह भेजा गया

बच्ची ने बताया कि 15 दिन बाद वह स्वरूप नगर आ गई। जहां वह फिर से इस रैकेट में फंस गई। उसने कहा, " मुझे ग्राहकों से मिलने के लिए रोज 300 रुपये मिलते थे, जबकि बाकी पैसे वे अपने पास रख लेते थे।" जब बच्ची से पूछा गया कि क्या उसके माता-पिता को इस बारे में पता था, तो उसने नहीं में सिर हिला दिया। बच्ची को एक बाल सुधार गृह में स्थानांतरित कर दिया गया है और अब उसे बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा।

दलाल ने मांगे 10 हजार रुपये

जांच के बारे में बताते हुए एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन के वरिष्ठ निदेशक मनीष शर्मा ने बताया, "हमारी टीम ने कुछ हफ्ते पहले इस रैकेट के बारे में सूचित किया था। फिर एक और टीम ने ग्राहक बनकर बिचौलिए से संपर्क किया। कई दिनों तक भरोसा बनाने के बाद, दलाल ने आखिरकार 4 नाबालिग लड़कियों की आपूर्ति के लिए 10,000 रुपये मांगे। तभी हमने पुलिस को पूरे रैकेट के बारे में सूचित किया।"

दिल्ली में देह व्यापार का पर्दाफाश

उन्होंने कहा कि उत्तरी दिल्ली के DCP हरेश्वर स्वामी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की और फ्लैट पर छापा मारा। बता दें कि एसोसिएशन फॉर वॉलंटरी एक्शन (AVA) जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रन का एक सहयोगी है जो देश भर के 434 जिलों में बाल संरक्षण के लिए काम करने वाले 250 से अधिक गैर सरकारी संगठनों का देश का सबसे बड़ा नेटवर्क है।