
,,,,
नोएडा. अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की संविधान पीठ ने शनिवार को विवादित पूरी जमीन रामलला को दे दी है। वहीं मुस्लिम पक्षकारों को आयोध्या में ही अलग से 5 एकड़ जमीन केंद्र व राज्य सरकार को अलॉट करने को कहा है। फैसला आने के बाद नोएडा में योग गुरु बाबा रामदेव ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया है। बाबा रामदेव ने कहा कि भगवान राम का वनवास खत्म, अब अयोध्या में राम मंदिर बनेगा। हिन्दू और मुसलमान मिलकर भगवान राम के मंदिर का निर्माण करें, यही भारतीय संस्कृति है। देश में ऐसे तमाम मन्दिर और मस्जिद हैं, जिनका निर्माण मिलकर किया गया है।
एक योग सम्मेलन में आए बाबा रामदेव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वे इस फैसले का स्वागत करते हैं। उन्होंने अराजक तत्वों से सावधान रहने की जरूरत की बात भी कही। बाबा रामदेव ने कहा कि इस फैसले को किसी की हार या जीत के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा राम मंदिर और बाबरी मस्जिद के 150 वर्षों से अधिक लंबित पड़े केस में संविधान के तहत सर्वोच्च न्यायालय का जो भी फैसला आया है हम उसका सम्मान करते है और सबको सम्मान करना चाहिए है। क्योंकि देश संविधान से चलता है और संविधान में न्यायालय ही सर्वोच्च संस्था है।
बाबा रामदेव ने कहा है की फैसला राम मंदिर के पक्ष में आया है। इसलिए अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जरूर होगा। राम तो मर्यादा हैं, राम जीवन का श्रेष्ठ आचरण हैं, राम प्रेम हैं, अगर कोई धर्म के नाम पर, मजहब के नाम पर किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाता है या दुर्भावना पैदा करने की कोशिश करता है उसे कतई स्वीकार नहीं करना चाहिए। सबको एकजुट होकर यह दिखाना है सब भारतवासी सविधान को मानते हैं। सब भारतवासी एकता से रहते हैं। आज से देश के सभी लोगों के लिए परीक्षा की घड़ी है और हम इसमें उत्तीर्ण जरूर होंगे।
Published on:
09 Nov 2019 04:49 pm
बड़ी खबरें
View Allनोएडा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
