
नोएडा। अगर आपसे कोई कहे कि उत्तर प्रदेश की प्राधिकरण अपने सफाईकर्मियों को आठ करोड़ की घड़ी देने जा रही है तो शायद आपको यकीन नहीं होगा। लेकिन, यह सच है। दरअसल, नोएडा प्राधिकरण अब अपने सफाईकर्मियों को जीपीएस युक्त रिस्ट वॉच देने जा रही है। जिन्हें खरीदने और मेंटिनेंस पर आने वाले पांच साल में करीब 8 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
यह भी पढ़ें : दिवाली से पहले सोने की चेन और अंगूठी लेकर पछताया ये शख्स
अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में 2000 सफाईकर्मियों को ये स्मार्ट घड़ी दी जाएंगी। जिनके लिए 5.4 करोड़ रुपये ईएमआई पर और 2.4 करोड़ रुपये सालाना मेंटिनेंस पर खर्च होंगे। वहीं जानकारों की मानें तो यह खर्च सिर्फ 2000 घड़ियों का है। प्राधिकरण में कार्यरत सभी 4500 के करीब सफाईकर्मियों को अगर ये घड़ी दी जाती है तो खर्च करीब 20 करोड़ रुपये आएगा। प्रत्येक घड़ी की लाइफ 5-7 साल से ज्यादा नहीं बताई गई है।
बताया जा रहा है कि इन घड़ियों से सफाईकर्मियों की लॉकेशन का पता लगाया जा सकेगा और काम में लापरवाही करने कर्मियों पर शिकंजा कस सकेगा। वहीं इन को लेकर सफाईकर्मियों का कहना है कि जितना पैसा प्राधिकरण इन घड़ियों पर खर्च कर रही है उसका चौथाई भी अगर उनका वेतन बढ़ाने पर खर्च करे तो वह शहर की सूरत बदल सकते हैं।
यह भी पढ़ें : ऐसा काम करने वालों का शस्त्र लाइसेंस होगा कैंसल
नोएडा प्राधिकरण के डीजीएम एसी मिश्रा ने बताया कि बोर्ड में 2000 घड़ियां मंगाने का प्रस्ताव पास हो गया है। पहले चरण में 1600 संविदा सफाईकर्मियों को ये घड़ियां दी जाएंगी। प्राधिकरण में करीब 4500 सफाईकर्मी हैं, बाकी को घड़ियां देने का अभी कोई प्लान नहीं है। जीपीएस युक्त इस एक घड़ी की कीमत करीब 17 हजार रुपये है। इसके सालाना मेंटिनेंस पर करीब 3 हजार रुपये का खर्च आएगा।
Updated on:
09 Oct 2019 05:05 pm
Published on:
09 Oct 2019 05:04 pm
बड़ी खबरें
View Allनोएडा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
