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लॉकडाउन: 10 लाख प्रवासी मजदूरों की बदहाली से दुखी समाजवादी पार्टी नेताओं ने उपवास रख किया अनोखा प्रदर्शन

Highlights - 90 फीसदी मजदूरों को कोई सहायता न मिलने से दुखी समाजवादी पार्टी की मजदूर सभा ईकाई - समाजवादी मजदूर सभा नेता और कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों में बैठ रखा उपवास - पीएम की गाइडलाइन में प्रवासी मजदूरों के लिए कोई कार्ययोजना नहीं: रामगोपाल पुरी

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नोएडा

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lokesh verma

Apr 20, 2020

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नोएडा. कोरोना संकट के कारण किए गए लॉकडाउन में श्रमिकों की बदहाली के खिलाफ समाजवादी मजदूर सभा ने पूरे प्रदेश में एक दिन का उपवास रखा। सुबह 10 से शाम पांच बजे तक प्रदेशभर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने उपवास रखकर अनोखा प्रदर्शन किया। इस दौरान समाजवादी पार्टी नेताओं ने कहा कि मजदूरों की भूख और आर्थिक कंगाली के बीच सैकड़ों मील पैदल चलने को मजबूर 90 फीसदी मजदूरों को कोई सहायता नहीं मिलने से पार्टी बेहद दुखी है। इसलिए पार्टी ने उपवास का आयोजन किया है।

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समाजवादी मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष राम गोपाल पुरी ने 18 अप्रैल को प्रधानमंत्री के भाषण व गाइडलाइन को निराशाजनक करार दिया। उन्होंने कहा कि इस गाइडलाइन में प्रवासी मजदूरों के लिए कोई कार्ययोजना नहीं है। मजदूर सभा ने पीएमओ को पत्र भेजकर जानकारी की है कि पूरे देश में अब तक 4 प्रतिशत मजदूरों को राशन, 30 प्रतिशत मजदूरों को खाना मिला है। बाकी 66 प्रतिशत के पास अब भी भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के अंतर्गत भोजन की जिम्मेदारी सरकार की है। भूखों की मदद ही राष्ट्रवाद है। राम गोपाल पुरी ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में सुदूरवर्ती जिलों में फंसे लगभग 10 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक सरकारी संसाधनों से पहुंचाने और उन्हें न्यूनतम 5 हजार रुपयों की तत्काल आर्थिक मदद देने की मांग की है।

इस एक दिवसीय उपवास कार्यक्रम का संयोजन नोएडा के समाजवादी मजदूर सभा के प्रदेश महासचिव देवेन्द्र सिंह अवाना ने किया। अवाना के आह्वान पर उपवास पर बैठे लोगों में प्रदेश सचिव हीरा लाल यादव नोएडा, जगत सिंह प्रधान गाजियाबाद, शफीकुर्रहमान खान व नीलम गुप्ता कानपुर, जयपाल यादव व सीमा भदौरिया आगरा, सुरेन्द्र एडवोकेट व पारुल गुप्ता लखीमपुर खीरी, मेजर सूर्यनाथ यादव चंदौली, जयपाल महराजगंज, अशोक यादव व ऋषिकेश यादव देवरिया, सन्दीप गुप्ता मेरठ, महेंद्र यादव, नरेंद्र शर्मा, सन्नी गुर्जर, रामवीर यादव नोएडा, खुर्शीद आलम लखनऊ, चन्द्रपाल व वकील अहमद बुलन्दशहर, राजेन्द्र श्रीवास्तव सोनभद्र, विमल यादव फर्रुखाबाद, इकरार अहमद अलीगढ़, स्तुति गुप्ता शाहजहांपुर, जगराम चौधरी बस्ती, अनिल सिंह गाजियाबाद, गुलफाम तोमर हापुड़, नरेंद्र सिंह यादव व शिवचरण समुद्रे कानपुर, राम सिंह अमेठी, इंतजार चौधरी ग्रेटर नोएडा, एमडी खान भाभला बुलंदशहर, दलवीर सिंह यादव, कर्मवीर चौधरी व सुंदर अवाना नोएडा, आशीष शर्मा, रिजवान अहमद, रघुवीर यादव, विनय मिश्रा, हरजीत सिंह, एस मोहन वर्मा, रियातुल्ला, प्रवीण यादव, रसिक तिवारी, राहुल जाटव, मुईद खान, इमरान रजा, राजकुमार वाल्मीकि, अमित वर्मा, मुस्ताक अंसारी, अन्नू वर्मा, राजन मिश्रा, अनुराग पटेल, राम सुमेर निषाद, अभय सिंह, जावेद अख्तर, जितेंद्र वर्मा, रोहित चौधरी, सिराज अली आदि शामिल थे।

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