
नोएडा. नोएडा के स्टेप बाई स्टेप स्कूल में फूड 150 से ज्यादा बच्चे फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए। स्कूल में मिड-डे-मील के रूप में परोसे गए नाश्ते के बाद बच्चों को पेट में दर्द, उल्टी और दस्त की समस्या शुरू हो गई तो आनन-फानन में स्कूल प्रशासन ने अपोलो हॉस्पिटल के डॉक्टरों को स्कूल में ही बुलाकर स्टूडेंट्स का प्राथमिक उपचार करवाया, ताकि इस खबर को दबाया जा सके। लेकिन, लगभग 20 बच्चों की हालत गंभीर होने पर उन्हें इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गयाा जहां उनका इलाज चल रहा है। वहीं जांच करने गई सिटी मजिस्टेट और डीएसपी की टीम से भी मामला छिपाया गया। इसके बाद डीएम के आदेश पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सूचना नहीं देने, सरकारी कामकाज में बाधा डालने और जहरीला भोजन परोसने की धाराओं में एक्सप्रेस—वे थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। साथ ही खाद्य विभाग ने खाने के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं।
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बता दें कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के किनारे सेक्टर—132 में बने स्टेप बाई स्टेप स्कूल में गुरुवार को दोपहर के बाद हड़कंप मच गया। अभिभावक और एंबुलेंस लगातार दौड़ रही थी। लेकिन, न तो स्कूल प्रबंधन और न ही जिला प्रशासन कोई जानकारी देने को तैयार था कि आखिर हुआ क्या है। जब मीडिया का दबाव बढ़ा तब डीएम ने मामले की जांच करने गई सिटी मजिस्टेट और डीएसपी की टीम को भी स्कूल प्रबंधन ने सहयोग नहीं किया। ढाई घंटे तक जांच टीम स्कूल के बाहर ही खड़ी रही, लेकिन उन्हें अंदर घुसने तक नहीं दिया गया। इसके बाद टीम ने अस्पतालों का दौरा कर तथ्य जुटाने शुरू किए। इस दौरान जेपी अस्पताल में 7 बच्चे भर्ती मिले। डॉक्टरों की रिपोर्ट में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया।
इसके बाद फूड प्वाइजनिंग की जांच के लिए गई टीम की रिपोर्ट के बाद डीएम ने स्कूल के इस आचरण को गंभीर और आपत्तिजनक मानते हुए स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सूचना नहीं देने, सरकारी कामकाज में बाधा डालने और जहरीला भोजन परोसने की धाराओं में एक्सप्रेस—वे थाने में मुकदमा दर्ज कराया। साथ ही खाद्य विभाग की टीम ने मौके से खाने के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे।
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इधर प्रशासन के कड़े रुख के बाद दवाब में आए स्टेप बाई स्टेप स्कूल ने मीडिया के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से छात्रों के बीमार पड़ने के बाद खाना सप्लाई करने वाली कंपनी सोडेक्सो की सेवाएं जांच पूरी होने तक स्थगित कर दी गई हैं। स्कूल ने स्वीकार किया कि कुछ छात्रों को पेट में हल्का दर्द और उल्टी की समस्या थी। इसकी वजह अभी साफ नहीं है। तत्काल मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों को बुलाकर छात्रों का उपचार कराया गया। साथ ही अभिभावकों को भी मामले की सारी जानकारी दी गई है, जो छात्र घर जाना चाह रहे थे उन्हें अभिभावकों के साथ घर भेज दिया गया है। छात्रों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और इसके लिए हर तरह के एहतियात बरती जा रही है। मामले की जांच की जा रही है।
Updated on:
06 Apr 2018 12:06 pm
Published on:
06 Apr 2018 09:22 am
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