
1922 प्रतिकार चौरीचौरा फिल्म के निर्माता व निर्देशक अधिक वाहनों ने एक प्रेस वार्ता करने के साथ फिल्म का ट्रैलर लांच किया। डायरेक्टर ने बताया कि यह फिल्म सरयू विजन के बैनर तले नई शोध पर आधारित फिल्म की शूटिंग का काम पूरा हो चुका है और यह अप्रैल महीने में रिलीज होगी। फिल्म क्रांति कारियों के ऊपर है, जो उत्तर प्रदेश में मादक पदार्थ बेचकर देश को एक बर्बादी की तरफ ले जा रहे थे और कुछ लोग ब्रिटिश शासन का साथ दे रहे थे। इस फिल्म को बनाने में कुल 18 से 19 करोड़ रुपए लगा है जो सभी प्लेटफार्म पर रिलीज होगी।
इस फिल्म का नाम 1922 प्रतिकार चोरीचौरा है, प्रतिकार शब्द इसलिए है क्योंकि पहले रौलट आया और फिर जलियांवाला बाग आया। जलियांवाला बाग आने के बाद यह बहुत बड़ा प्रतिकार था जो हिंदुस्तान की जनता ने अंग्रेजों के खिलाफ किया। इसमें मुख्य 19 क्रांतिकारी थे जो मुख्य भूमिका में भगवान अहीर की रूप में रवि किशन जी रोल कर रहे हैं। वही सुभाषचंद्र बोस की परपोती ने कहा कि देश के क्रांतिकारियों के बारे में हर युवा और पीढ़ी के लोग सोचते है, और सुनना चाहते और ये इस मूवी को वो क्रांतिकारी का के ऊपर बनी है जिसे लोग देखना पसंद करेंगे।
फिल्म के डायरेक्टर अभिक भानू ने बताया कि इस फ़िल्म की शूटिंग गोरखपुर में हुई है और यह जल्द ही रिलीज होने जा रही है। फ़िल्म का ट्रेलर जारी करते हुए निर्माता एवं निर्देशक अभिक भानू ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि फ़िल्म की पूरी कहानी क्रांतिकारियों पर केंद्रित है। फ़िल्म में लीड रोल भगवान अहीर के रूप में अभिनेता रविकिशन और मदन मोहन मालवीय की भूमिका भारतेंदु नाट्य अकादमी उप्र के अध्यक्ष रविशंकर खरे ने की है। भगवान अहीर और उनके 18 साथियों को 1922 में चौरीचौरा थाना फूंके जाने पर अंग्रेजों ने फांसी के फंदे पर लटका दिया था। मदन मोहन मालवीय की पैरवी के बाद 150 क्रांतिकारियों को फांसी से बचा लिया गया था। ऐसे तमाम तथ्य जिसे इतिहास में दर्ज ही नहीं किया गया था, उसे नवीनतम शोध के साथ इस फ़िल्म में शामिल किया गया है।
निर्माता एवं निर्देशक ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चौरीचौरा की घटना को कांड नहीं संग्राम बताया था, उन्होंने कहा था कि चौरीचौरा के संग्राम के साथ इतिहास ने न्याय नहीं किया है। प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य के बाद ही देशभक्ति की इस फ़िल्म को बनाने की प्रेरणा मिली। फ़िल्म में 141 कलाकारों ने काम किया है। जिनमें मुख्य रूप से रविकिशन, रविशंकर खरे, विजय त्रिवेदी, अनिल नागरथ आदि हैं। फ़िल्म के एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर अविनाश गुप्ता, स्वाती वर्मा हैं।
वहीं, उन्होंने बताया कि वो यूपी में एक मूवी को बनाने मायावती के सत्ता के समय में आये थे, लेकिन उन्हें टीम के साथ वापस लौटना पड़ा, लेकिन योगी सरकार ने उन्हें भरपूर सहयोग किया और पूरी फिल्म की शूटिंग उत्तर प्रदेश के गोखपुर और उसके आस पास के इलाके में हुई है। डायरेक्टर अभिक भानू इसके पहले गन पे डन, डार्क रेन बो, सबकुछ है कुछ भी नहीं जैसी फिल्में भी बना चुके हैं।
Published on:
09 Feb 2022 08:43 am
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