
Garry Kasparov in Terrorist List: रूसी फाइनेंशियल वॉचडॉग (रॉसफिनमॉनिटरिंग) ने शतरंज के लीजेंड गैरी कास्परोव का नाम आतंकियों और चरमपंथियों की लिस्ट में डाल दिया है। बता दें कि 60 वर्षीय गैरी कास्परोव काफी लंबे वक्त से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के धुर विरोधी रहे हैं। कास्परोव को आतंकियों की सूची में शामिल करने पर मानवाधिकार समूहों कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उनका कहना है कि ये रूसी सरकार का आलोचकों का मुंह बंद कराने का हथकंडा है।
बता दें कि गैरी कास्परोव रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक रहे हैं। वह अक्सर पुतिन की नीतियों के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं और उन्हें आइना दिखाने का काम करते हैं। रूस-यूक्रेन वार भी वह हमेशा पुतिन के खिलाफ ही खड़े नजर आए। इन्हीं कारणों के चलते कास्परोव का नाम आतंकी सूची में शामिल किया गया है।
लोकतांत्रिक सुधारों के बड़े पैरोकार
गैरी कास्परोव को लोकतांत्रिक सुधारों का बड़ा पैरोकार माना जाता है। 1990 में जब सोवियत संघ का विघटन हुआ, तब गैरी कास्परोव और उनका परिवार बाकू में हुई जातीय हिंसा का शिकार होते-होते बचा था। गैरी कास्परोव का शतरंज करियर काफी लंबा रहा। वह महज 12 साल की उम्र में ही सोवियत संघ के अंडर-18 चेस चैंपियन बन गए थे। 2005 में उन्होंने शतरंज से संन्यास ले लिया।
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महज 22 साल की उम्र में बने वर्ल्ड चैंपियन
गैरो कास्परोव ने 1985 में सोवियत रूस के अनातोली कारपोव को हराकर पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बनने गौरव प्राप्त किया था। उस समय वह महज 22 साल के थे। 20 साल से ज्यादा लंबे करियर में वह अधिकतर समय वर्ल्ड नंबर-1 खिलाड़ी रहे। वह 255 महीनों तक टॉप पर रहे, जो एक विश्व रिकॉर्ड है।
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Published on:
07 Mar 2024 09:47 am
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