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दोनों हाथ नहीं, फिर भी नहीं मानी हार और वर्ल्ड पैरा में भारत के लिए जीता गोल्ड, क्रिकेटर्स ने कही ये बात

Sheetal Devi: शीतल देवी की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि बिना भुजाओं के पैरा आर्चरी में स्वर्ण पदक जीतने वाली वह पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं।

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Sheetal Devi

शीतल देवी, भारतीय महिला पैरा आर्चर (Photo Credit - IANS)

Sheetal Devi wins maiden gold: बिना भुजाओं वाली 18 वर्षीय भारतीय महिला पैरा आर्चर शीतल देवी ने शनिवार को कोरिया के ग्वांगजू में कमाल का प्रदर्शन किया और अपना पहला विश्व तीरंदाजी पैरा चैंपियनशिप स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने महिला कंपाउंड ओपन फाइनल में तुर्किए की ओजनूर क्योर गिर्डी को 146-143 से हराया।

तुर्किए की ओजनूर क्योर गिर्डी तीन बार की विश्व चैंपियनशिप की स्वर्ण पदक विजेता और 2024 पेरिस पैरालंपिक की स्वर्ण पदक विजेता है। शीतल देवी की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है, क्योंकि बिना भुजाओं के पैरा आर्चरी में स्वर्ण पदक जीतने वाली वह पहली भारतीय खिलाड़ी बन गई हैं।

मुकाबले की समाप्ति के बाद शीतल देवी ने बताया कि वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए उन्होंने कोई खास तैयारी नहीं की थी, कोच ने सामान्य तीरंदाजों के साथ प्रैक्टिस कराई थी। शुरू में इसको लेकर नर्वस थी, लेकिन टॉप-2 या 3 में आने पर मुझे तैयारी ठीक दिशा में लगी।

18 वर्षीय शीतल देवी की इस उपलब्धि को जहां देश में हर तरफ सराहा जा रहा है, वहीं पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और वीवीएस लक्ष्मण ने 'एक्स' के जरिए उन्हें बधाई दी है।

युवराज सिंह ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, ''राष्ट्र को प्रेरित करने और दुनिया को यह दिखाने के लिए शीतल को बहुत-बहुत बधाई कि अटूट भावना से अधिक मजबूत कुछ भी नहीं है! बिना हाथों के जन्मी और बताया गया कि तीरंदाजी असंभव है, लेकिन 18 वर्षीय शीतल देवी ने अपनी कला में महारत हासिल करने के लिए दर्द और संदेह के बीच प्रशिक्षण लिया। आज वह भारत की पहली महिला पैरा वर्ल्ड तीरंदाजी चैंपियन के रूप में खड़ी हैं, यह दिखाते हुए कि साहस और विश्वास हर बाधा को तोड़ सकता है।...''

वहीं, पूर्व क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण ने एक्स पर पोस्ट किया, ''शीतल देवी को भारत की पहली महिला पैरा विश्व तीरंदाजी चैंपियन बनने पर बहुत-बहुत बधाई। आप वास्तव में एक प्रेरणा हैं।''