PKL 12: प्रो कबड्डी लीग के 12वें सीजन के लिए कुल 529 खिलाड़ियों की बोली लगाई गई, जिसमें 12 टीमें 121 खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने में सफल रही। इसके लिए टीमों की ओर से 59.064 करोड़ रुपए खर्च किए गए। तभी तो यह हाल के वर्षों में प्रो कबड्डी लीग की सबसे बड़ी नीलामी में से एक थी। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि PKL 11 में जहां आठ खिलाड़ी करोड़पति थे, वहीं आगामी सीजन के लिए करोड़पति खिलाड़ियों की संख्या 10 हो गई। हालांकि PKL 2025 ऑक्शन में कई खिलाड़ी ऐसे भी थे, जो एक करोड़ रुपए से अधिक कमाते थे, लेकिन अब उन्हें बेस प्राइस पर खरीदा गया। यह तब है जब प्रो कबड्डी लीग 2025 के ऑक्शन में कुछ खिलाड़ियों को अच्छे कीमत की उम्मीद थी। इसी कड़ी में आइए, उन शीर्ष पांच खिलाड़ियों पर गौर करते हैं, जो एक वक्त करोड़ से अधिक में बिके थे, हालांकि पिछले सीजन की तुलना में कम कीमत पर खरीदा गया।
प्रो कबड्डी लीग के 11वें सीजन से पहले सचिन तंवर को लगातार शानदार प्रदर्शन करने वाले रेडर में से एक जाना जाता रहा है। इसकी वजह से यह है कि PKL 2017 से डेब्यू करने वाले इस खिलाड़ी ने सीजन 7 को छोड़कर हरेक सीजन में 170 से अधिक रेड पॉइंट अर्जित किए। नतीजन, तमिल थलाइवाज ने सीजन 11 की नीलामी में सचिन तंवर को 2.15 करोड़ रुपए में खरीदा था, जिससे वह शीर्ष पांच सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हो गए थे। हालांकि, पिछले सीजन निराशाजनक प्रदर्शन बाद उन्हें PKL 12 की नीलामी से पहले रिलीज कर दिया गया था।
प्रो कबड्डी लीग के 11 सीजन में तमिल थलाइवाज के लिए 17 मैचों में उन्होंने सिर्फ 82 रेड पॉइंट बनाने के बावजूद झुंझुनू के इस 25 वर्षीय खिलाड़ी की मांग थी। पुनेरी पलटन 1.058 करोड़ रुपए में उन्हें अपने साथ जोड़ लिया। हालांकि उन्हें जो राशि मिली वो पिछली बार की तुलना में आधे से कम है।
अजिंक्य पवार ने प्रो कबड्डी लीग में पिछले कुछ वर्षों में अपने प्रभावशाली प्रदर्शन किया, नतीजन सीजन-11 की नीलामी में उनके लिए जमकर बोली लगी थी और बेंगलुरु बुल्स उन्हें 1.1075 करोड़ रुपए में जोड़ने में सफल रही थी, जोकि लीग में उनकी यह सबसे बड़ी बोली थी। हालांकि, महाराष्ट्र के रत्नागिरी के इस रेडर ने 17 मैचों में सिर्फ 62 रेड पॉइंट बनाए। नतीजन, 28 वर्षीय खिलाड़ी नीलामी के पहले दौर में अनसोल्ड रहा, लेकिन बाद में दबंग दिल्ली ने उसे 13 लाख रुपए के बेस प्राइस पर खरीद लिया।
मनिंदर आठ सीजन से बंगाल वॉरियर्स का हिस्सा रहे। PKL 11 में उन्हें बंगाल वॉरियर्स ने 1.15 करोड़ रुपए में खरीदा था, जोकि लीग में उनको मिलने वाली सबसे अधिक राशि थी। हालांकि प्रो कबड्डी लीग इतिहास के दूसरे सबसे सफल रेडर का पिछले सीजन में प्रदर्शन खराब रहा था। मनिंदर सिंह ने पिछले सीजन 15 मैच खेले और सिर्फ 100 रेड पॉइंट बनाए। चोटों और उसके बाद खराब फॉर्म ने उन्हें परेशान किया। नतीजन, 35 वर्षीय खिलाड़ी को इस बार पटना पाइरेट्स ने 20 लाख रुपए के बेस प्राइस पर खरीद लिया।
भारतीय कबड्डी टीम के कप्तान पवन सहरावत हाल के दिनों में चोट की समस्या से जूझ रहे हैं। प्रो कबड्डी लीग के पिछले सीजन में तेलुगु टाइटंस ने उन्हें 1.725 करोड़ रुपए में टीम के साथ जोड़ा था, जहां उन्होंने सिर्फ 13 मैच खेले और 129 रेड पॉइंट बनाए। हालांक PKL 2025 ऑक्शन में जब उनका नाम सामने आया तो फ्रेंचाइजी में उनको लेकर कम दिलचस्पी नजर आई, जो कबड्डी प्रेमियों के लिए हैरान करने वाला था। हालांकि तमिल थलाइवाज ने PKL 12 के लिए पवन सहरावत को 59.50 लाख रुपए में जोड़ा। यह यह भी बता दें कि पवन सहरावत को सीजन 10 में तेलुगु टाइटंस ने 2.605 करोड़ रुपए में खरीदा था।
PKL 11 में 50 लाख रुपए में बंगाल वॉरियर्स के लिए खेलने वाले 33 वर्षीय ईरानी खिलाड़ी को अगले सीजन के लिए दबंग दिल्ली ने उन्हें 30 लाख रुपए बेस प्राइस पर अपने साथ जोड़ा है। यह तब है जब 33 वर्षीय ईरानी खिलाड़ी लीग के इतिहास में सबसे सफल डिफेंडर और दूसरे सबसे सफल कप्तान हैं। पिछले संस्करण में भी उन्होंने 19 मैचों में 59 टैकल पॉइंट्स अर्जित किए थे। अब वह अपनी नई टीम से साथ 188 मैचों में 545 टैकल पॉइंट्स को और बढ़ाने के लिए बेताब होंगे।
यहां यह बता दें कि प्रो कबड्डी लीग (PKL) में फजल अत्राचली की सबसे अधिक कीमत 1.6 करोड़ थी, जो उन्हें सीजन 10 में गुजरात जायंट्स ने चुकाई थी।
Published on:
09 Jun 2025 06:38 pm