इस बीच चार दमकलें बुलाकर टैंकर पर पानी छोड़ा गया। इस दौरान फोरलेन पर करीब 15 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया। पुलिस ने यातायात डायवर्ट करवाया, लेकिन ब्यावर व चंडावल के बीच हजारों वाहन जाम में फंसे रहे।
खासकर यात्रियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। एहतियात के तौर पर बर-सेंदड़ा क्षेत्र के चार फीडर की बिजली बंद की गई। गनीमत रही कि हाइवे पर टैंकर में ब्लास्ट नहीं हुआ, इससे बड़ा हादसा टल गया। हादसे में टैंकर चालक घायल हो गया। उसे ब्यावर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में टैंकर चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
चार फीडर की बिजली काटी, उड़ी नींद
दोपहर करीब एक बजे अजमेर से गैस भरकर एक टैंकर जोधपुर जा रहा था। बर फोरलेन पर अंडरपास के नीचे टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया। टैंकर पलटते ही उसमें रिसाव शुरू हो गया। आस-पास के ढाबों-होटलों के लोग मौके से भाग गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। बर चौकी प्रभारी अरविंद मौके पर पहुंचे।
दोपहर करीब एक बजे अजमेर से गैस भरकर एक टैंकर जोधपुर जा रहा था। बर फोरलेन पर अंडरपास के नीचे टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया। टैंकर पलटते ही उसमें रिसाव शुरू हो गया। आस-पास के ढाबों-होटलों के लोग मौके से भाग गए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। बर चौकी प्रभारी अरविंद मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने हाइवे पर दोनों ओर वाहनों को रुकवा दिया। रिसाव से बर गांव में गैस की बदबू आने लग गई। रिसाव को देखते हुए कम्पनी की रेस्क्यू टीमें बुलाई गई। करीब पांच घंटे तक रेस्क्यू चला। पुलिस ने ब्यावर से आने वाले वाहनों को बिराटियां खुर्द होकर जैतारण की तरफ डायवर्ट किया। वहीं चंडावल से आने वाले वाहन जैतारण, लाम्बिया, रास होकर ब्यावर की तरफ निकाले गए। रिसाव को देखते हुए बर से सेंदड़ा की ओर जाने वाले चार फीडर की बिजली काट दी गई। इससे करीब एक दर्जन गांवों की बिजली सप्लाई गुल रही।