गैस आधारित शवदाह मशीन लोकार्पण समारोह से पहले वन मंत्री जिला परिषद सभागार में बैठक ले रहे थे। उस वक्त श्मशान में केशवनगर निवासी बाबूलाल का शव लाया गया। वन मंत्री के हाथों शवदाह मशीन का उद्घाटन कराने के लिए मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार के लिए कुछ देर रुकने को कहा गया। परिजनों का आरोप है कि श्मशान में करीब एक घंटे तक शव रखकर इंतजार करते रहे। बाद में लोकार्पण के बाद शव का मशीन से अंतिम संस्कार किया गया।
एेसा कोई उद्देश्य नहीं हमारा एेसा हमारा कोई उद्देश्य नहीं था। ज्यादा से ज्यादा 20-25 मिनट तक देरी हुई होगी। वह भी गफलत के कारण। सच्चाई तो यह है कि कार्यक्रम में राजनीति घुस गई। इस कारण बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है। हमारा उद्देश्य पवित्र है।
शंभुलाल शर्मा, अध्यक्ष, हिंदू सेवा मंडल, पाली बोले वन मंत्री, मुझे जानकारी नहीं मीडियाकर्मियों ने जब वन मंत्री सुखराम विश्नोई से पूछा कि उनके इंतजार में शव का अंतिम संस्कार रोका गया, तब मंत्री विश्नोई बोले, उन्हें एेसी कोई जानकारी नहीं थी।
हमने सोचा मंत्रीजी कुछ भला करेंगे मेरे भाणेज बाबूलाल की कल रात मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार के लिए श्मशान में आए तो कहा नई मशीन आई है और मंत्रीजी उद्घाटन करेंगे इसलिए कुछ देर रुक जाओ। हमने भी सोचा मृतक के बच्चे छोटे हैं इसलिए मंत्रीजी कुछ भला ही करेंगे। बाद में शव का नई मशीन से अंतिम संस्कार कर दिया, लेकिन मंत्रीजी वहां नहीं आए।