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फैक्ट चैक: नहरें बनीं नहीं और बांध से 158 गांवों में पहुंचा दिया पेयजल व सिंचाई के लिए पानी

- नहरों का काम पूरा करने का लक्ष्य 2023- 2020 से ही गांव-गांव पानी पहुंचाने का किया जा रहा दावा

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पन्ना/पवई. पवई मध्यम सिंचाई परियोजना केन नदी के तेंदूघाट पर स्थित है। इसके बांध का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन नहरों का काम अधूरा होने के कारण बांध का काम पूरा होने के दो साल बाद भी पेयजल और सिंचाई के लिए बांध के पानी का उपयोग नहीं हो पा रहा है। इसके बाद भी सरकार की छवि चमकाने के लिए सोशल मीडिया में बताया जा रहा है कि परियोजना के बांध का पानी सिंचाई और पेयजल के लिए 158 गांव के 1 लाख 47 हजार 283 लोगों को मिल रहा है।

जमीनी हकीकत
जलसंसाधन विभाग के वार्षिक प्रतिवेदन के अनुसार पवई मध्यम सिंचाई परियोजना 600.81 करोड़ रुपए की लागत से केन नदी के तेंदूघाट में निर्माणाधीन है। परियोजना के बांध निर्माण का कार्य वर्ष 2020 में पूरा कर लिया गया है, जबकि नहरों का कार्य अभी 50 फीसदी ही हो पाया है। नहरों का काम वर्ष मार्च 2023 में पूरा करने का लक्ष्य है। परियोजना के तहत 25 हजार 820 हेक्टेयर में सिंचाई प्रस्तावित है। नहरों के प्रेशराइज्ड पाइप और नहर दोनों के माध्यम से सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है। परियोजना के तहत अब गांव-गांव तक पेयजल आपूर्ति करने के लिए पाइप लाइन बिछाए जा रहे हैं।

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सोशल मीडिया पर दी जा रही यह सूचना
जल संसाधन विभाग के ऑफिशीयल ट्विटर हेंडल पर परियोजना के संबंध में जानकारी दी गई है कि बांध का काम 2020 में ही पूरा कर लिया गया है और इसके तहत 158 गांव के 1 लाख 47 हजार 283 लोगों को सिंचाई और पीने का पानी मिल रहा है, जबकि परियोजना के तहत अभी शाहनगर क्षेत्र के गांवों में बड़ी टंकियों से पाइप लाइन जोड़ने का काम चल रहा है। साथ ही गांव-गांव में पाइन लाइन बिछाई जा रही है। अभी क्षेत्र के किसी भी ग्राम पंचायत के खेतों की सिंचाई व पेयजल के लिए पानी नहीं मिल रहा है। ऐसी की कुछ स्थिति पवई क्षेत्र की भी है। हालांकि पवई क्षेत्र में नहरों का अधिकांश काम पूरा कर लिया गया है। कुछ स्थानों पर पानी भी छोड़ जाने की बात कही जा रही है। उक्त क्षेत्र में भी सिंचाई और नेयजल के लिए पर्याप्त पानी की सप्लाई आगामी कुछ महीनों में शुरू हो सकती है।

5-6 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में दिया पानी
पिछले वर्ष करीब 5-6 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में पानी दिया गया था। इस साल 10 हजार हेक्टेयर में सिंचाई के लिए पानी देना प्रस्तावित है। नहरों का काम भी लगभग पूर्णता की ओर है। इसे शीघ्र पूरा करान का प्रयास किया जा रहा है। नहरों को बनाने का काम प्रगति पर है।
दीपेंद्र सिंह कुशवाहा, एसडीओ जल संसाधन पवई

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