Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Ramgarh Dam: निम्स यूनिवर्सिटी समेत कई रसूखदारों पर एक्शन की बजाय ढाल बन रहा सिस्टम, कैसे भरे रामगढ़ बांध ?

Ramgarh Dam: अतिक्रमण हटाने के लिए जल संसाधन विभाग यूनिवर्सिटी प्रबंधन को गत जून में ही नोटिस थमा चुका है, लेकिन कार्रवाई की बजाय उसे कानूनी प्रक्रिया अपनाने का मौका दे दिया।

3 min read
Google source verification

जयपुर

image

Kamal Mishra

Aug 23, 2025

NIMS University

रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र पर कब्जा (फोटो सोर्स-पत्रिका)

जयपुर। रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र पर कब्जा जमाए बैठे रसूखदारों पर प्रभावी कार्रवाई की बजाय अफसर नोटिस देने की खानापूर्ति में ही जुटे हैं। ऐसा ही मामला दिल्ली रोड स्थित निम्स यूनिवर्सिटी का है, जहां अतिक्रमण से बारिश के पानी के प्राकृतिक बहाव को ही बाधित कर दिया गया है।

अतिक्रमण हटाने के लिए जल संसाधन विभाग यूनिवर्सिटी प्रबंधन को गत जून में ही नोटिस थमा चुका है, लेकिन कार्रवाई की बजाय उसे कानूनी प्रक्रिया अपनाने का मौका दे दिया। इनके अलावा जिला प्रशासन, राजस्व विभाग, जयपुर विकास प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण मंडल भी आंखें मूंद अतिक्रमियों को बचाने में जुटे हैं।

हाईकोर्ट के निर्देशों को ठेंगा दिखा रहे अधिकारी

ये सरकारी एजेंसियां भी एक्शन लेने की बजाय जल संसाधन विभाग पर जिम्मेदारी टाल रही हैं। यहां तक कि हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग कमेटी के निर्देशों को भी ठेंगा दिखा दिया गया। दूसरी तरफ रामगढ़ बांध को भरने के लिए ड्रोन उड़ाए जा रहे हैं, जिससे कृत्रिम बारिश कराई जा सके।

इस तरह बहाव क्षेत्र प्रभावित

  • मॉनिटरिंग कमेटी ने यूनिवर्सिटी परिसर में पहाड़ी से गुजर रहे नाले पर अतिक्रमण चिन्हित किया था।
  • यूनिवर्सिटी कैंपस से गुजर रहे नाले के बीच से पक्की सड़क बनाकर रास्ता भी निकाला गया है, जो बहाव क्षेत्र में अवरोध बना हुआ है। यह नाला हाईवे के पास आकर सिकुड़ गया।
  • यहां नाले के हिस्से में खेल मैदान भी बनाया हुआ है। रेलिंग भी लगा दी गई, जो बहाव क्षेत्र व नाले के क्षेत्र में बताया जा रहा है।
  • चिंताणु और जुगलपुरा की पहाड़ियों से आने वाले पानी के बहाव में यह अतिक्रमण बाधक बने हुए हैं। ये रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र के सहायक नाले हैं।

इनकी भी पालना करनी है

  • निम्स यूनिवर्सिटी की ओर से लगाए गए पेड़-पौधे एवं मलबा हटाने के लिए कहा गया। इस भूमि का रिकॉर्ड उपलब्ध कराने के निर्देश। जिम्मेदारी - जयपुर विकास प्राधिकरण
  • ग्राम किरतपुरा में बन रहे एक होटल के गोमती नाले के जलग्रहण क्षेत्र में होने या नहीं होने की स्थिति स्पष्ट करनी है। जिम्मेदारी - राजस्व विभाग व जल संसाधन विभाग
  • अचरोल निवास के सामने गोमती नाले के बहाव क्षेत्र में निर्मित बाउंड्रीवॉल को हटाकर पानी के प्रवाह को सुनिश्चित करने के निर्देश। संबंधित दस्तावेज के आधार पर एक्शन रिपोर्ट मांगी गई। जिम्मेदारी - जयपुर विकास प्राधिकरण
  • निम्स अस्पताल के पीछे मिट्टी के एनिकट बनाकर नाले का बहाव अवरुद्ध होना सामने आया। एनिकट को हटाकर नाले का बहाव सुनिश्चित करना है। जिम्मेदारी - पंचायतीराज विभाग

प्रकृति पर कब्जा कर कृत्रिम पर जोर

दरअसल, एक समय था जब जयपुर के लिए रामगढ़ बांध मायने रखता था। इस बांध पर कई तरह के राष्ट्रीय आयोजन तक हो चुके हैं। लंबे समय तक लोगों की प्यास बुझाने वाला रामगढ़ बांध अब अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। सरकार बांध को छलकाने के लिए कृत्रिम बारिश कराना चाह रही है। दूसरी तरफ बहाव क्षेत्र पर हुए अवैध कब्जे पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। जो बांध भरने के प्राकृत्रिक स्रोत हैं।

अतिक्रमण की होगी जांच

जिन भी अतिक्रमियों को नोटिस दिए गए हैं, उन पर एक्शन होना ही है। बहाव क्षेत्र से अतिक्रमण नहीं हटाया गया है तो उसकी जांच की जाएगी कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। -सुरेश सिंह रावत, जल संसाधन मंत्री