
Herbal Leaf Teas Benefits : ये 5 पत्तियों वाली चाय ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और सूजन को कंट्रोल कर सकती है, आयुर्वेदिक डॉक्टर से जानिए पीने का सही तरीका (फोटो सोर्स: AI image@Gemini)
Herbal Leaf Teas Benefits : अंग्रेजों द्वारा भारतीयों को दूध वाली चाय से परिचित कराने से पहले हमारे घरों में बने काढ़े शुरू से ही ताजगी के लिए पीए जाते थे। हर्बल चाय की कहानी एशियाई संस्कृति में निहित है। आज भी काढ़े या हर्बल चाय भारत की सीमाओं तक ही सीमित नहीं, बल्कि दुनिया भर में अपनी पहचान बनाए हुए हैं। हर्बल चाय असल में हल्का-फुल्का पेय है, जो सिर्फ पत्तियों और पानी से बनता है। अगर इसे सही मात्रा में पिया जाए, तो ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है। हार्वर्ड की एक रिपोर्ट में माना गया है कि कैसे हर्बल चाय इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकती है, सूजन से लड़ सकती है औरहार्ट हेल्थ को भी बढ़ावा दे सकती है। यहां हम आयुर्वेदिक डॉक्टर भगवत स्वरूप शर्मा से जानेंगे 5 पत्तियों वाली चाय, उनके लाभ और ब्लड प्रेशर, डाइबिटीज और सूजन कंट्रोल रखने के लिए उन्हें पीने का सही तरीका बता रहे हैं।
पारंपरिक रूप से, मोरिंगा ओलीफेरा का उपयोग घावों, अल्सर और लिवर डिजीज के इलाज के लिए किया जाता था। मोरिंगा के पत्तों में पोटेशियम की मात्रा अधिक होती है। यह गुण ब्लड वेसल्स को आराम पहुंचाने और हार्ट हेल्थ में सुधार करने में मदद कर सकता है। डॉक्टर भगवत स्वरूप शर्मा ने बताया मोरिंगा चाय पीने का सबसे अच्छा तरीका है कि उबलते पानी में मुट्ठी भर ताजी पत्तियां डालें। इसे पांच मिनट तक पकाएं और एक कप में परोसें। दवा ले रहे लोगों और गर्भवती महिलाओं को मोरिंगा चाय का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए क्योंकि यह दवा के असर को बढ़ा सकती है।
तुलसी भारतीय घरों में आसानी से उपलब्ध है। जहां तुलसी को देवी लक्ष्मी के रूप में पूजा जाता है, वहीं भारतीय घर इसके औषधीय लाभों से अनजान नहीं हैं। अब, वैज्ञानिक शोध भी इसे मान्यता दे रहे हैं! तुलसी के लाभों में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार से लेकर खांसी-जुकाम सहित श्वसन संक्रमणों को ठीक करने में मदद करना शामिल है। डॉक्टर भगवत स्वरूप शर्मा ने कहा , तुलसी के पत्तों की चाय का सेवन सुबह और शाम दोनों समय किया जा सकता है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि तुलसी ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और लिपिड के स्तर को सामान्य करके चयापचय संबंधी तनाव को कम कर सकती है।
अगली बार जब आप दोपहर के भोजन में करी बनाते समय तेज पत्ता देखें तो हेल्थ बेनिफिट्स से भरपूर पेय के लिए 2-3 पत्ते अलग रखना न भूलें। तेज पत्ते कैफिक एसिड से भरपूर होते हैं। यह एसिड ब्लड वेसल्स को मजबूत बनाने और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
तेज पत्तों का इस्तेमाल सिर्फ करी में सुगंध लाने के लिए ही नहीं किया जाता, बल्कि इन पत्तों में सिनामाल्डिहाइड और यूजेनॉल भी होता है जो उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन के बाद ब्लड शुगर को संतुलित करने में मदद करते हैं।
सुगंधित गुणों से भरपूर इस भारतीय रसोई के साथी का एक चिकित्सीय गुण भी है। इन पत्तों में नमक कम और पोटेशियम ज्यादा होता है। यह गुण ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखता है। करी पत्ता चाय बनाने की आसान विधि है कि 1 बड़ा चम्मच सूखे पत्ते या 8 से 10 ताजे करी पत्ते गर्म पानी में डालें, 5 मिनट तक पकाएन और एक कप में छान लें, लेकिन चीनी का इस्तेमाल न करें।
डॉक्टर भगवत स्वरूप शर्मा ने बताया इन 5 तरह की पत्तियों से बनी चाय ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और सूजन को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है। इसे खाना खाने के बाद पीना सबसे अच्छा माना जाता है।
अमरूद के पत्ते विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। ये इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं, पेट की सूजन कम करते हैं और खाने के बाद शुगर को धीरे-धीरे अवशोषित होने देते हैं। इस वजह से ये मेटाबॉलिक हेल्थ के लिए बेहतरीन मानी जाती है।
अमरूद की पत्तियों की चाय बनाने के लिए बस कुछ ताजी पत्तियां धोकर उबलते पानी में डाल दें। थोड़ा उबालने के बाद इसे छान लें और चाहें तो इसमें शहद की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं। दिन में एक-दो कप से ज्यादा न पिएं।
Published on:
10 Sept 2025 12:19 pm
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