
बिहार में कोरोना वायरस महामारी और बाढ़ से ज्यादा चुनावी चर्चा पर जोर है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी ( Coronavirus Pandemic ) और बाढ़ ( Floods in Bihar ) के बीच विधानसभा चुनाव 2020 ( Assembly Election 2020 ) को देखते हुए बिहार में राजनीति चरम पर है। वैसे भी बिहार की राजनीति में पोस्टर वार ( Poster War ) का विशेष महत्व रहा है। बीजेपी, कांग्रेस, जेडीयू या आरजेडी ( BJP , Congress , JDU and RJD ) के नेता अक्सर एक दूसरे पर पोस्टर के जरिए चुनावी हमला बोलते रहे हैं। हर बार की तरह इस बार भी जेडीयू ने अपना चुनावी बैनर लॉन्च कर दिया है।
इस बार जेडीयू ने नया नारा दिया है। जेडीयू ( JDU ) के बैनर में केवल एक चेहरा है और वो चेहरा है सुशासन बाबू नीतीश कुमार ( CM Nitish Kumar ) का। साथ ही पार्टी नारा है - 'हां मैं नीतीश कुमार हूं' है। अब इस नारे को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा जारी है। विरोधी दलों के नेता इस बार भी जेडीयू के नारे को लेकर अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं, हां मैं नीतीश कुमार हूं। हकीकत यह कि इस बार नीतीश को बिहार की जनता सबक सिखाएगी।
RJD ने हेल्थ सिस्टम पर साधा निशाना
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ( RJD Chief Lalu Prasad Yadav ) व पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सरकार पर हमला किया है। राबड़ी देवी ने आरोप लगाया है कि महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण पटना एम्स के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। यही नहीं एम्स में आम और नए मरीजों को भर्ती किए जाने पर रोक लगा दी गई है।
इस बात का भी आरोप लगाया है कि 30 लाख मज़दूर परेशानी में घर आकर वापस चले भी गए लेकिन सरकार को क्या मतलब?
लालू प्रसाद यादव ने आरोप लगाया है कि भागलपुर में बिहार के बड़े अस्पताल में बिजली गुल, जेनरेटर बंद, वेंटिलेटर में लगी बैट्री भी फुस्स। फिर ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीज की मौत हो गई। सरकार को कोई मतलब नहीं है। इसके बावजूद नीतीश कुमार नारा दे रहे हैं ‘हां मैं नीतीश कुमार हूं’।
लालटेन ने इतना धुआं उगला कि बिहार का चेहरा काला पड़ गया : BJP
इसके जवाब में प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ( Spokesperson Arvind Kumar Singh ) ने आरोप लगाया है कि कोरोना संकट में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भय और दहशत की राजनीति कर रहे हैं। उनकी फितरत ही आग लगाने की रही है। 15 साल में आरजेडी की सरकार में लालटेन ने इतना धुआं उगला कि बिहार का चमकता चेहरा काला पड़ गया।
Congress का राग - परंपरागत तरीके से कराएं चुनाव
दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव सह बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ( Congress general secretary cum Bihar incharge Shakti Singh Gohil ) ने चुनाव आयोग से राज्य में हर हाल में परंपरागत तरीके से ही चुनाव कराने की मांग की है। गोहिल ने कहा है कि आयोग कोरोना से बचाव के सभी उपाय सुनिश्चित करे। एक लाख वाले मैदान में 20 हजार की रैली करने की ही अनुमति दे। लोगों को मास्क और सैनेटाइजर मुहैया कराए। गोहिल ने चुनाव आयोग से मांग की है कि बूथों की संख्या बढ़ाई जाए। किसी भी बूथ पर 250 से अधिक वोटर नहीं होने चाहिए ताकि शारीरिक दूरी और लोगों की सुरक्षा हो सके। हर हाल में राज्य के प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। आयोग सुरक्षित और भयमुक्त चुनाव सुनिश्चित कराए।
CPI माले का सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर
भाकपा माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि चुनाव आयोग को कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार में प्रत्येक 250 मतदाताओं पर एक बूथ बनाना चाहिए। तभी सोशल डिस्टेंसिंग ( Social Distancing ) का पालन होगा। चुनाव आयोग यह देखे कि बिहार में यह चुनाव कोरोना संक्रमण फैलाने का जरिया नहीं बने। 65 वर्ष के लोगों के लिए पोस्टल बैलट के प्रधान को रद्द नहीं किया जाए। आयोग चुनाव कराने के पहले सभी दलों से व्यापक राय मशविरा करे। आम लोगों से राय मशविरा करे।
Updated on:
19 Jul 2020 03:28 pm
Published on:
19 Jul 2020 03:25 pm
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