एक कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार से जब उपेंद्र कुशवाहा के एक बयान को लेकर सवाल किया गया तब उन्होंने जवाब में कहा था कि बातचीत के स्तर को इतना नीचे मत ले जाइए। नीतीश के इसी बयान से उपेंद्र कुशवाहा खफा हैं। उन्हें लगा कि नीतीश ने उन्हें नीच कहा है।
नीतीश कुमार के इस बयान को लेकर मुजफ्फरपुर में मोदी सरकार में मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने सवाल दागा कि आप ऊंचे और मैं नीचे स्तर का कैसे हो गया? उन्होंने नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए यहां तक कह दिया कि हिम्मत है तो आप अपना डीएनए रिपोर्ट जारी करके दिखाइए। उन्होंने इस बात की शिकायत भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से करने की बात जानकारी दी थी। हालांकि दोनों पार्टियों की ओर से यह जुबानी जंग दबने लगी थी लेकिन इस बीच मंत्री का यह बयान आग में घी का काम कर सकता है। आरएलएसपी के नेता नागमणि ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार का जनाधार कम हुआ है। इसके बाजवूद नीतीश की जेडीयू को 16-17 सीटें मिल रही हैं। जबकि आरएलएसपी को दो सीटें दी जा रही हैं। आरएलएसपी भिखारी नहीं हैं कि सीट मांगते चले। भाजपा आलाकमान को यह सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरएलएसपी जिस गठबंधन में जाएगी उसकी स्थिति मजबूत होगी।
लोजपा सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि मैं चाहता हूं कि लोजपा सात सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़े। अभी उनके पिता रामविलास पासवान का चुनाव लड़ना तय नहीं है। मैं सीट शेयरिंग पर अपने पुराने स्टैंड पर कायम हूं और लोजपा सम्मानजनक समझौते के साथ भाजपा का साथ देने को तैयार है।