वैसे तो दलाई लामा भारतीय राजनिति पर काफी सोच समझ कर बोलते हैं। लेकिन इस बार उनकी जुबान थोड़ी फिसल गई। उनके इस बयान के बाद बड़ा विवाद उभर आया। खासकर कांग्रेस पार्टी ने इस बयान को लेकर बवाल मचा दिया और दलाई लामा को अपने शब्द लेने की बात कही गई।
विवाद बढ़ता देख अब दलाई लामा सामने आये हैं। नेहरू जिन्ना पर दिये अपने बयान के संदर्भ में स्पष्टीकरण देते हुये दलाई लामा ने माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि अगर मेरा बयान गलत था, तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं।
दरअसल बुधवार को दलाई लामा ने एक कार्यक्रम में कहा था कि महात्मा गांधी चाहते थे कि मोहम्मद अली जिन्ना देश के शीर्ष पद पर बैठें लेकिन पहला प्रधानमंत्री बनने के लिए जवाहरलाल नेहरू ने आत्म केंद्रित रवैया अपनाया था। दलाई लामा के इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था। कई राजनीतिक दलों ने इस बयान पर आपत्ति जताई थी। । तिब्बती गुरू का कहना था कि मेरा मानना है कि सामंती व्यवस्था के बजाय प्रजातांत्रिक प्रणाली बहुत अच्छी होती है। सामंती व्यवस्था में कुछ लोगों के हाथों में निर्णय लेने की शक्ति होती है, जो बहुत खतरनाक होता है।