शनिवार को आयोजित पत्रकारवार्ता में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के पूर्व सहसंयोजक दिनेश बामाणिया ने बताया कि हार्दिक पटेल द्वारा बीते अगस्त में किया गया आमरण अनशन महज एक राजनीतिक नाटक था। पटेल बिहार में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की योजना पर काम कर रहे हैं।
इस दौरान बामाणिया ने आरोप लगाया कि आमरण अनशन के बाद बेंगलुरु में इलाज के बहाने हार्दिक पटेल दिल्ली गए थे और वहां जाकर जदयू के नेता प्रशांत किशोर से मुलाकात की थी। इतना ही नहीं बामणिया ने एक वीडियो भी सार्वजनिक किया। इस वीडियो में हार्दिक पटेल कुछ लोगों के साथ नाचते नजर आ रहे हैं।
बामणिया ने दावा किया कि जहां हार्दिक पटेल इलाज करा रहे थे, उस जिंदाल अस्पताल में एक दिन के कमरे का किराया 36 हजार रुपये हैं। इस अस्पताल में हार्दिक पटेल ने 50 हजार रुपये की मसाज भी कराई। इसका बिल प्रशांत किशोर ने भरा था।