
स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी ने भाषण में पहली बार किया दलित शब्द का इस्तेमाल, इन मुद्दों का भी किया जिक्र
नई दिल्ली। भारत में आज आजादी की 72वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। पीएम मोदी ने इस दौरान लाल किले से 5वीं बार देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश के विकास से लेकर चुनौतियों पर खुलकर अपने विचार रखे। यही नहीं पीएम अपने भाषण गरीबी, बेराजगारी, स्वच्छता अभियान व जीएसटी समेत कश्मीर जैसे गंभीर विषयों का जिक्र करना नहीं भूले। लेकिन पीएम मोदी का यह भाषण कई मायनों काफी विशेष रहा। यहां सबसे अधिक विशेष बात यह कि अपने चार सालों में पीएम मोदी ने पहली बाद अपने भाषण में दलित शब्द का इस्तेमाल किया।
भाषण में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात रखी
दरअसल, इस साल स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने अपने पूरे भाषण में कुल एक बार दलित शब्द का इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले चार सालों की अपने भाषण में दलित शब्द का इस्तेमाल एक बार भी नहीं किया था। स्वतंत्रता दिवस पर इस बार जबकि पीएम मोदी ने अंतिम बार लाल किले से भाषण दिया, तो वह दलित शब्द का इस्तेमाल करना नहीं भूले।
कोई गंभीरता देखने को नही मिली
वहीं, कांग्रेस लाल किले से पीएम मोदी के अंतिम भाषण को बेतुका करार दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि पीएम मोदी ने अपने भाषण कई राफेल व व्यापम, छत्तीसगढ़ पीडीएस स्कैम, डोकलाम में चीन के अतिक्रिमण जैसे अन्य गंभीर विषयों पर अपने विचार रखना मुनासिब नहीं समझा। कांग्रेस प्रवक्ता रणनदीप सुरजेवाला ने कहा कि उनके भाषण में कहीं से कहीं तक कोई गंभीरता देखने को नही मिली।
Published on:
15 Aug 2018 02:41 pm
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