14 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी ने भाषण में पहली बार किया दलित शब्द का इस्तेमाल, इन मुद्दों का भी किया जिक्र

यहां सबसे अधिक विशेष बात यह कि अपने चार सालों में पीएम मोदी ने पहली बाद अपने भाषण में दलित शब्द का इस्तेमाल किया।

2 min read
Google source verification

image

Mohit sharma

Aug 15, 2018

pm modi

स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी ने भाषण में पहली बार किया दलित शब्द का इस्तेमाल, इन मुद्दों का भी किया जिक्र

नई दिल्ली। भारत में आज आजादी की 72वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। पीएम मोदी ने इस दौरान लाल किले से 5वीं बार देशवासियों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने देश के विकास से लेकर चुनौतियों पर खुलकर अपने विचार रखे। यही नहीं पीएम अपने भाषण गरीबी, बेराजगारी, स्वच्छता अभियान व जीएसटी समेत कश्मीर जैसे गंभीर विषयों का जिक्र करना नहीं भूले। लेकिन पीएम मोदी का यह भाषण कई मायनों काफी विशेष रहा। यहां सबसे अधिक विशेष बात यह कि अपने चार सालों में पीएम मोदी ने पहली बाद अपने भाषण में दलित शब्द का इस्तेमाल किया।

स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी पर कांग्रेस का कटाक्ष, अब लोगों को अच्छे नहीं सच्चे दिनों का इंतजार

अमित शाह के रस्सी खींचते ही नीचे गिरा तिरंगा, कांग्रेस ने साधा निशाना

भाषण में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात रखी

दरअसल, इस साल स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने अपने भाषण में दलितों के मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने अपने पूरे भाषण में कुल एक बार दलित शब्द का इस्तेमाल किया। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले चार सालों की अपने भाषण में दलित शब्द का इस्तेमाल एक बार भी नहीं किया था। स्वतंत्रता दिवस पर इस बार जबकि पीएम मोदी ने अंतिम बार लाल किले से भाषण दिया, तो वह दलित शब्द का इस्तेमाल करना नहीं भूले।

मुजफ्फरपुर: टीआईएसएस रिपोर्ट का खुलासा, कर्मचारियों को थी लड़कियों का यौन शोषण करने की आजादी

कोई गंभीरता देखने को नही मिली

वहीं, कांग्रेस लाल किले से पीएम मोदी के अंतिम भाषण को बेतुका करार दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि पीएम मोदी ने अपने भाषण कई राफेल व व्यापम, छत्तीसगढ़ पीडीएस स्कैम, डोकलाम में चीन के अतिक्रिमण जैसे अन्य गंभीर विषयों पर अपने विचार रखना मुनासिब नहीं समझा। कांग्रेस प्रवक्ता रणनदीप सुरजेवाला ने कहा कि उनके भाषण में कहीं से कहीं तक कोई गंभीरता देखने को नही मिली।