इंद्रेश कुमार ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘ बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से फिलहाल कोई समस्या नहीं है। मेरा मानना है कि सभी को RSS नेताओं और कार्यकर्ताओं से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा बातें इकट्ठी करनी चाहिए ताकि सारे भ्रम दूर हो जाएं।’
स्पेशल ब्रांच की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, पुलिस कर्मियों को आरएसएस पदाधिकारियों का नाम और पते की जानकारी जुटाने को कहा गया है।
नीतीश कुमार ने आरएसएस नेताओं की निकलवाई कुंडली, अब जेडीयू-भाजपा में तकरार के आसार
कांग्रेस पर बोला हमला
RSS नेता ने कांग्रेस ( Congress ) पर हमला बोलते हुए कहा कि अपने 10 सालों के कार्यकाल में कांग्रेस ने लोगों में हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का जहर बो दिया है। इसे लेकर कांग्रेस अपने मिशन में नाकामयाब हो गई है। Indresh Kumar ने कहा कि अब तो ये वैश्विक स्तर पर साफ हो गया है कि संघ ही देशभक्ति, मानव मूल्यों और सौहार्द का प्रतीक है।
इनकी जानकारी जुटाने का आदेश
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, हिंदू जागरण समिति, धर्म जागरण सम्नयव समिति, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच, हिंदू राष्ट्र सेना, राष्ट्रीय सेविका समिति, शिक्षा भारती, दुर्गा वाहिनी, स्वेदशी जागरण मंच, भारतीय किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ, भारतीय रेलवे संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, अखिल भारतीय शिक्षक महासंघ, हिंदू महासभा, हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू पुत्र संगठन के पदाधिकारियों का नाम और पता मांगा गया है।
मई में जारी हुआ था आदेश
आपको बता दें कि बिहार की स्पेशल ब्रांच का ये आदेश मई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण से दो दिन पहले 28 मई को जारी किया गया था। वहीं, इस आदेश की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बिहार पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ये रूटिन का काम है। क्राइम ब्रांच की टीम नियमित अंतराल पर ऐसी जानकारी इकट्ठा करती रहती है।
हालांकि बीजेपी सांसद और आरएसएस से जुड़े रहे राकेश सिन्हा ने इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के आरएसएस से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी जुटाने का आदेश नैतिक रूप से गलत था।