11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

साध्वी प्रज्ञा का चुनाव आयोग को जवाब- ‘नहीं किया शहीद का अपमान, खत्म करो मामला’

शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान का मामला BJP की प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने आयोग को दिया जवाब मैंने नहीं किया आचार संहिता का उल्लंघन: साध्वी प्रज्ञा

2 min read
Google source verification
sadhvi pragya

साध्वी प्रज्ञा ने चुनाव आयोग से कहा- मैंने नहीं किया किसी शहीद का अपमान

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव ( Lok Sabha Election 2019 ) में बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ( Pragya Singh Thakur ) ने चुनाव आयोग की नोटिस का जवाब दिया है। शहीद हेमंत करकरे ( Hemant Karkare ) पर दिए गए विवादित बयान पर साध्वी ने आयोग से कहा कि उन्होंने अपने बयान में अभद्र भाषा का इस्तेमाल नहीं किया है, और ना ही शहीद का अपमान किया है।

प्रज्ञा ठाकुर ने अपने जवाब में लिखा...

'मैंने अपने उद्बोधन में किसी शहीद की शहादत के बारे में कोई अपमानजनक बात नहीं कही है। मेरे कथन के एक वाक्य के आधार पर अर्थान्वयन नहीं करना चाहिए। पूरे वक्तय का एक साथ अर्थ निकाला जाना चाहिए। मैंने अपने उद्बोधन में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार के निर्देश पर मुझे जो यातनाएं दी गई, उसका सिर्फ जिक्र किया है और ये मेरा अधिकार है कि मेरे साथ जो घटना घटित हुई है उसे जनता के समक्ष रखूं। मेरे बयान को मीडिया द्वारा नकरात्मक तरीके से पेश किया गया। मैंने खुद जनभावना का सम्मान करते हुए इस बयान को वापस ले लिया। इसलिए मुझपर लगाए गए आचार संहिता उल्लंघन का मामला खत्म किया जाए।'

बीजेपी ने दिल्ली में घोषित किए 7 उम्मीदवार, चांदनी चौक से हर्षवर्धन को टिकट

आयोग ने भेजा था नोटिस

शनिवार को भोपाल कलेक्टर और जिला चुनाव आयोग ने साध्वी को नोटिस भेज शहीद हेमंत करकरे पर दिए गए बयान पर जवाब मांगा था। आयोग ने साध्वी से 24 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा था।

अभिनंदन को लेकर पीएम के बयान पर बरसे उमर, मोदी और चुनाव आयोग को सुनाई खरी-खरी

साध्वी प्रज्ञा ने क्या बयान दिया था?

बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि 'मुंबई एटीएस के प्रमुख करकरे को कर्मों का फल मिला' है। शुक्रवार को भोपाल के कोलार उन्होंने कहा कि उन दिनों वह मुंबई जेल में थीं। जांच आयोग ने सुनवाई के दौरान एटीएस के प्रमुख हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि जब प्रज्ञा के खिलाफ कोई सबूत नहीं है तो उन्हें छोड़ क्यों नहीं देते। तब हेमंत ने कई तरह के सवाल पूछे, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि इसे भगवान जाने। इस पर करकरे ने कहा कि 'तो, क्या मुझे भगवान के पास जाना होगा। प्रज्ञा ने आगे कहा कि उस समय मैंने करकरे से कहा था कि तेरा सर्वनाश होगा, उसी दिन से उस पर सूतक लग गया था और सवा माह के भीतर ही आतंकवादियों ने उसे मार दिया था।

Indian Politics से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर ..