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राहुल गांधी की पीएम मोदी को चुनौती, बोले- राफेल डील पर कीजिए मुझसे खुली बहस

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह राफेल सौदे के संबंध में बहस के लिए पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने को तैयार हैं।

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Chandra Prakash Chourasia

Aug 13, 2018

Rafale deal

राहुल गांधी की पीएम मोदी को चुनौती, बोले- राफेल डील पर कीजिए मुझसे खुली बहस

नई दिल्ली। फ्रांस के साथ राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली बहस की चुनौती दी है। राहुल ने आरोप लगाया है किप्रधानमंत्री इस सौदे के पीछे छिपे सत्य को सामने लाने से दूर भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि आप मुझसे दूर क्यों भाग रहे हैं। आप अपने मित्र अनिल अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए इस सबसे बड़े भ्रष्ट सौदे के अपराध में सहभागी हैं। कम से कम जनता को तो जवाब दीजिए।

मोदी के साथ मंच साझा करने को तैयार: राहुल

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वह राफेल सौदे के संबंध में बहस के लिए पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार ने राफेल सौदे पर संसद में उठाए गए उनके मुद्दों पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया।

यह भी पढ़ें: शिवसेना का आरोप, वामपंथी देशों की तरह प्रधानमंत्री मोदी कर रहे एकतरफा संवाद

'धनी मित्रों को फायदा पहुंचा रही सरकार'

लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर कांग्रेस की ओर से शुरू की गयी ‘जनध्वनि यात्रा’ को बीदर में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने समूचे देश से कहा है कि मोदी ने सरकारी कंपनी हिन्दुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को टेक्नालॉजी हस्तातंरण के बाद एयरक्राफ्ट बनाने की अनुमति न देकर नया राफेल सौदा किया। उन्होंने अंबानी को फायदा पहुंचाने और धनी मित्रों की सहायता के लिए ऐसा किया है।

526 करोड़ की डील 1600 करोड़ में हुई: राहुल गांधी

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार ने 526 करोड़ रुपए प्रति विमान खरीदने का सौदा किया था लेकिन नये समझौते के तहत मोदी ने 1600 करोड़ रुपए प्रति विमान खरीदने का सौदा किया जिसका सौदा अनुभवहीन अनिल अंबानी की कंपनी को दिलाया गया। उन्होंने कहा कि अंबानी की यह कंपनी नया सौदा किए जाने से केवल 10 दिन पहले ही अस्तित्व में आई थी। कंपनी ने एक भी विमान नहीं बनाया है। क्या यह एक घोटाला नहीं हैं। एचएएल के लिए सौदा किया जाता तो देश के युवाओं को रोजगार मिलते, जिसके वे हकदार हैं।