scriptमराठा आरक्षण सुलझ जाएगा, पंकजा मुंडे को बनाएं एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री: शिवसेना | shiv sena says Make Pankaja Munde CM for an hour to clear Maratha quota | Patrika News

मराठा आरक्षण सुलझ जाएगा, पंकजा मुंडे को बनाएं एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री: शिवसेना

Published: Jul 28, 2018 05:10:00 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

पंकजा मुंडे ने यह कहकर सियासी भूचाल ला दिया था कि अगर मराठा आरक्षण की फाइल उनके पास आई होती तो वह बिना झिझक उसे मंजूरी दे दी होतीं

Pankaja Munde

मराठा आरक्षण सुलझ जाएगा, पंकजा मुंडे को बनाएं एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री: शिवसेना

मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर छिड़े आंदोलन के बीच शिवसेना ने सत्तारूढ़ सहयोगी भारतीय बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। शिवसेना ने सुझाव दिया कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पंकजा मुंडे को सर्वसम्मति से एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री बना दिया जाए, ताकि मराठा आरक्षण की फाइल को मंजूरी दी जा सके।

‘मुंडे के मुख्यमंत्री बनती में नहीं आएगी कोई बाधा’

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदा कैबिनेट सहयोगी के बयान को आधार बनाकर शिवसेना ने कहा कि अगर मुंडे एक घंटे के लिए मुख्यमंत्री बनती हैं तो कोई बाधा नहीं आएगी। वह पलक झपकते ही फाइल पर हस्ताक्षर कर देंगी और इसके बाद मराठा आरक्षण का मुद्दा शांत हो सकता है। शिवसेना ने कहा कि जैसा कि मुंडे दावा कर रही हैं, अगर वह ऐसा कर सकती हैं तो फडणवीस क्यों नहीं? शिवसेना की यह तीखी टिप्पणी पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ और ‘दोपहर का सामना’ में प्रकाशित हुई है।

यह भी पढ़ें

पीडीपी नेता ने दी एक और बंटवारे की धमकी, बंद हो गोहत्या के नाम पर मुसलमानों का कत्ल

पंकजा के बयान से आया भूचाल

गुरुवार को महाराष्ट्र की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री पंकजा मुंडे ने यह कहकर सियासी भूचाल ला दिया था कि अगर मराठा आरक्षण की फाइल उनके पास आई होती तो वह बिना झिझक उसे मंजूरी दे दी होतीं, लेकिन अब मामला विचाराधीन हो गया है। मुंडे की इस टिप्पणी के बाद शिवसेना का यह सुझाव आया है।

मोदी को देश में कोई दिलचस्पी नहीं: शिवसेना

मुंडे ने कहा था कि इस बाबत उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी संपर्क किया, जिसके बाद मुंडे के बयान को व्यापक रूप देते हुए शिवसेना ने कहा कि फडणवीस ऐसा क्यों नहीं करते। इसपर शिवसेना ने कहा, ‘मोदी अधिकांश समय दिल्ली से बाहर रहते हैं.. उनकी देश व राज्यों की समस्याओं में कोई दिलचस्पी नहीं है..अधिकांश समय वह विदेशों में रहते हैं। इसलिए फडणवीस सोच रहे होंगे कि अगर वह दिल्ली भी जाते हैं तो वहां किससे मदद मांगेंगे।’

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो